अबु धाबी, संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी में गुरुवार बहुत कुछ स्पेशल हुआ, इस देश में पहली बार विमेंस रैसलिंग मैच लड़ा गया, जिसमें साशा बैंक्स और एलैक्सा ब्लिस के बीच मुकाबला हुआ था। दरअसल ज्यादा प्रतिबंध होने की वजह से वहां की हर महिला पूरी तरह से ढकी हुई फुल स्लीव और लॉन्ग ड्रेस में थीं। लेकिन मैच काफी बेहतरीन और इतिहास रचने वाला क्षण था। विंस मैकमैहन ने इस इवेंट पर टिप्पणी की है और उन्हें विमेंस पर WWE को इस तरह प्रतिनिधित्व करने और द वर्ल्ड ऑफ एंटरटेनमेंट पर अपने नए रास्ते बनाने पर गर्व महसूस हुआ है। UAE में महिलाओं के अधिकारों के संबंध में सामाजिक परिवर्तन प्रमुख नहीं है और शायद ऐसा और कई देशों में भी होता है। इस गुरुवार से पहले, अबु धाबी में कभी विमेंस रैसलिंग मैच नहीं हुआ, लेकिन बैंक्स, ब्लिस, WWE ने उस दिन सब बदल दिया। विंस मैकमैहन WWE विमेंस रेवोल्यूशन के बहुत बड़े समर्थक हैं, उन्हें हर तरफ से प्रोत्साहन मिलता है। लेकिन जब बैंक्स और ब्लिस का अबु धाबी के क्राउड के सामने मैच हुआ था, वो एक मैच से कई ज्यादा महत्वपूर्ण था।
.@WWE is all about making moments in time…last night in #WWEAbuDhabi, @SashaBanksWWE and @AlexaBliss_WWE did just that. Congratulations to you both. pic.twitter.com/iojDF7fmT6
— Vince McMahon (@VinceMcMahon) December 8, 2017
साशा ने इस सच्चाई को इवेंट के बाद स्पष्ट रूप से एहसास किया, जिसमें उनके इमोशनल शब्द ही इस बात का सबूत है। बोर्ड के चैयरमेन, विंस मैकमैहन ने कहा था कि WWE सारे मोमेंट को एक ही समय में बना लेता है और वहीं एलेक्सा ब्लिस और साशा बैंक्स ने अबु धाबी में कर दिखाया। वो एक बेहतरीन और खूबसूरत पल था, सिर्फ इसलिए नहीं कि उसमें 2 महिलाएं शामिल थीं, इसलिए क्योंकि इसमें पूरा वर्ल्ड शामिल था। दरअसल UAE में सामाजिक बदलाव धीरे-धीरे आ रहा है और वहीं UAE की महिलाएं भी इस मैच को उज्ज्वल भविष्य की ओर देख रहीं हैं। लेखक- आरूण वार्बल, अनुवादक-मोहिनी भदौरिया
