रैसलिंग ऑब्जर्वर रेडियो के अनुसार, विंस मैकमैहन द्वारा लाये गए नए "वाइल्ड कार्ड रूल" के कारण कंपनी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस नियम के तहत हर हफ्ते स्मैकडाउन के चार सुपरस्टार्स रॉ में दिखेंगे और रॉ के चार सुपरस्टार्स स्मैकडाउन लाइव में दिखेंगे।
यूएसए नेटवर्क और फॉक्स स्टूडियोज के तरफ से WWE की गिरती रेटिंग को रोकने के लिए बनाये गए दवाब के कारण मजबूरन कंपनी को यह रूल लाना पड़ा। विंस नहीं चाहते कि एक ब्रांड के सुपरस्टार दूसरे ब्रांड में जाएँ। लेकिन दोनों ही नेटवर्क चाहते हैं कि WWE के टॉप सुपरस्टार्स दोनों ही ब्रांड में दिखे। उनका मानना है कि रॉ और स्मैकडाउन लाइव के अलग-अलग होने के कारण WWE के टॉप सुपरस्टार्स दोनों ही ब्रांड में बटे हुए हैं।
इसके अलावा फॉक्स नेटवर्क तो यह भी चाहती है कि जब स्मैकडाउन लाइव अक्टूबर में उनके हिस्से में आ जायेगा तब रॉ की स्टोरीलाइन भी ब्लू ब्रांड पर देखने को मिले। दोनों ही नेटवर्क ने WWE सुपरस्टार्स के दोनों ही ब्रांड में काम करने को लेकर कंपनी पर दवाब बनाया हुआ है।
वाइल्ड कार्ड रूल के कारण WWE लाइव इवेंट के दौरान भी कंपनी को काफी दिक्कत आने वाली है। अगर किसी रैसलर को किसी लाइव इवेंट के लिए प्रचारित किया गया है, लेकिन वाइल्ड कार्ड रूल के कारण अगर उस रैसलर को अंतिम समय में लाइव इवेंट की जगह दुसरे ब्रांड के लिए परफॉर्म करने के लिए जाना पड़े, तो फैंस तो यहीं सोचेंगे कि WWE ने उस रैसलर के इवेंट में आने के बारे में झूठा प्रचार किया।
वाइल्ड कार्ड रुल आने के कारण WWE के लाइव इवेंट के बिज़नेस में अगर कोई कटौती होती है तो इसमें कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए।
वाइल्ड कार्ड रूल WWE की टीवी रेटिंग बढ़ाने में कितनी मदद करता है यह तो कुछ हफ्तों में पता चल ही जायेगा। यह माना जा रहा है कि इस गीमिक के आने के बाद WWE देखने वालो की संख्या बढ़ेगी पर यह उतनी ज्यादा नहीं होगी जितना कंपनी ने सोच रखा है।
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