टीम हैल नो के एक मजाकिया मेंबर से फैंस के सबसे चहेते स्टार बनने तक डेनियल ब्रायन ने एक बहुत बड़ा सफ़र तय किया। डेनियल ब्रायन के अन्दर टैलेंट की कमी तो पहले से ही नहीं थी, लेकिन उनके टैलेंट को सही मंच मिला साल 2013 में, जब वो टैग टीम छोड़कर पूरी तरह से सिंगल रैसलर के तौर पर आगे बढ़ने लगे। 2013 में हुए मनी इन द बैंक में जॉन सीना द्वारा मार्क हेनरी को हराने के बाद हुई रॉ में सीना को मौका मिला कि वो समरस्लैम के लिए अपने विरोधी को खुद चुन सकते हैं और उन्होंने और किसी को नहीं बल्कि इस मैच के लिए डेनियल ब्रायन को अपने विरोधी के रूप में चुना। हालांकि सीना के इस फैसले से अथॉरिटी काफी खुश नहीं थी और उन्होंने डेनियल ब्रायन को इस पॉजिशन से हटाने के लिए काफी कोशिश की, लेकिन इस बीच ब्रायन की मदद करने आए कंपनी के सीओओ ट्रिपल एच और उन्होंने इस बात का एलान किया कि समरस्लैम में होने वाले मैच में वो स्पेशल गेस्ट रेफरी की भूमिका निभाएंगे। समरस्लैम में जब जॉन सीना और डेनियल ब्रायन आमने सामने आए, तो मानो फैंस का पैसा वसूल हो गया हों. इसके पीछे की वजह साफ़ थी कि इन दोनों ही सुपरस्टार्स के बीच के बेहतरीन मैच देखने को मिला। इस मैच के अंत में डेनियल ब्रायन ने क्लीन तरह से जॉन सीना को रनिंग नी देकर मैच अपने नाम किया और उसके साथ ही वो पहली बार WWE चैंपियन भी बने थे। हालांकि उनकी यह ख़ुशी ज्यादा देर तक नहीं टिकी और जल्द ही हंटर ने उनकी ख़ुशी को गम में बदल दिया। जी हाँ सही पढ़ा आपने, ट्रिपल एच ने डेनियल ब्रायन को धोखा देते हुए उन्हें पेदिग्री दे दिया, जिसका फायदा उठाया उस साल के मनी इन द बैंक विनर रैंडी ऑर्टन ने और उन्होंने अपने ब्रीफकेस को कैशइन किया और वो एक बार फिर WWE चैंपियन बने। उस वाक्या के बाद डेनियल ब्रायन ने कंपनी के अन्दर काफी नाम कमाया, लेकिन ऑथरिटी के साथ लड़ाई के कारण जो उन्हें चोट लगी, वो उससे उबर नहीं पाए और उन्हें काफी जल्द ही रैसलिंग को अलविदा कहना पड़ा।