ट्रिपल एच या रॉक। हंटर हेल्म्स हेल्मसली या रॉकी मैवीआ। पॉल लेवेस्के या ड्वेन जॉनसन। दो ऐसे रैसलर्स जो दिन और रात की तरह अलग हैं लेकिन जिन्होंने अपना एक जबरदस्त करियर बनाया है। इन दोनों में एक करियर बनाने की भूख थी। इन दोनों ने मिड-कार्ड में खेलते हुए खुद को मेन इवेंट के लायक बनाया। एटीट्यूड एरा में दोनों की कहानियों ने रंग जमाया है। दोनों ही कई बार चैंपियन रहे हैं, दोनों लेजेंड हैं। इतनी सारी समानताओं के बावजूद दोनो ने बदलते वक्त के साथ अलग अलग रास्ते चुने। एक तरफ जहाँ रॉक हॉलीवुड चले गए और आज वो वहाँ के एक माने हुए एक्टर हैं, तो वहीं दूसरी ओर ट्रिपल एच ने WWE के वाइस प्रेसिडेंट ऑफ टैलेंट, क्रिएटिव और लाइव इवेंट्स की ज़िम्मेदारी संभाल ली है, और अब वो बैकस्टेज का काम देखते हैं। इसमें कोई दोराय नही कि दोनों ने ना सिर्फ WWE बल्कि प्रोफेशनल रैसलिंग पर भी एक गहरी छाप छोड़ी है। लेकिन किसकी छाप ज़्यादा प्रखर है? आइए आज यही जानने की कोशिश करते हैं:
कैन यू स्मेल वट द रॉक इज़ कुकिंग
ड्वेन जॉनसन तो जैसे मुकद्दर में रैसलर बनना लिखवा कर ही लाए थे। उनके पिता रॉकी जॉनसन एक WWE लैजेंड हैं और उनके दादा भी एक प्रोफेशनल रैसलर थे। असल में ये बात नही हैं, रॉक सिर्फ तब रैसलिंग में आए, जब उनका अमेरिकन फुटबॉल करियर नही चला। रॉकी मैवीआ असल में WWE जॉइन करने के काफी समय बाद पीपल्स चैम्पियन बने, लेकिन उस वक़्त 'रॉकी सक्स' और 'डाई रॉकी डाई' के चैन्ट्स ज़्यादा लगते थे, और तभी उन्हें एक इंजरी हो गई। उनकी वापसी हुई 'द नेशन ऑफ डोमिनेशन' को जॉइन करने के लिए। इस बार वो रॉक एक हील किरदार में वापस आए और आते ही फैंस के फेवरेट बन गए। इससे एक जबरदस्त करियर की शुरुआत हुई और 90 का दौर और भी बेहतरीन बन गया। उनकी लड़ाई हुई स्टोन कोल्ड स्टीव ऑस्टिन और मैनकाइंड जैसे रैसलर्स के साथ और इसकी वजह से उन्होंने 10 WWE वर्ल्ड टाइटल्स जीते और कई अन्य सम्मान भी। टीवी और पे-पर-व्यू के नंबर्स हमेशा हाई ही रहे जब भी रॉक उनमें शामिल थे। अगर इसको कोई टक्कर दे सकता था तो वो थे स्टोन कोल्ड। खुद ट्रिपल एच भी ऐसी बुकिंग्स और रेटिंग्स का दावा नही कर सकते। फिर साल 2004 आया और ड्वेन जॉनसन या यूँ कहे कि द रॉक हॉलीवुड की तरफ चले गए, कुछ नया करने और अपने पीछे छोड़ गए वो पल, वो लम्हे जिन्होंने रैसलिंग को एक अलग ही मुकाम दिया। इस सबके बावजूद वो ये कभी नही भूलते कि WWE ने उनके इस ग्रोथ में एक बहुत बड़ा योगदान किया है, और इसी वजह से वो लगातार WWE में एक आधे सेगमेंट के लिए वापसी करते रहते हैं और सही मायनों में वो प्रो-रैसलिंग और WWE के एक बहुत ही अच्छे अम्बैसडर है। सही मायनों में रॉक का दोनों जगहों पर होना ना सिर्फ WWE को बल्कि खुद रॉक को भी फायदा पहुँचाता है। यही कारण था कि रैसलमेनिया में हमें रौंडा राउज़ी का एक स्पेशल परफॉर्मेंस देखने को मिला। ये कहना बेमानी नही होगा कि रॉक का दोनों तरफ इम्पैक्ट ज़बरदस्त है।
इट्स आल अबाउट द गेम एंड हाऊ यू प्ले इट
ग्रीनविच, कनेक्टिकट से ताल्लुक रखने वाले ट्रिपल एच असल में बचपन से बस रैसलिंग ही करना चाहते थे। इसलिए उन्होंने पहले WCW जॉइन किया और जब कंपनी WWE में मिल गई तो वो यहां आ गए और पिछले 2 दशकों से ज़्यादा वक़्त से वो इसका हिस्सा हैं। शुरू में एक मिड कार्ड की तरह लड़ने वाले ट्रिपल एच ने असल में बहुत जल्द ही प्रगति की राह पकड़ी और उसकी मुख्य वजह थी उनका क्लिक के साथ जुड़ाव। क्लिक असल में शॉन माइकल्स, स्कॉट हॉल और केविन नैश का एक साझा ग्रुप था, जिसपर उनके बॉस और अब ससुर विंस मैकमैन की नज़र थी। मैडिसन स्क्वायर गार्डन के बदनाम कर्टेन कॉल इंसिडेंट में अपनी भूमिका के बाद वो बड़ी जल्दी ही आगे बढ़ने लगे, और यहीं से वो मेन इवेंट स्टार बनने लगे, जब उन्होंने डी-जनरेशन-एक्स को लीड करना शुरू किया। ऐसा इसलिए क्योंकि शॉन माइकल्स उस वक़्त थोड़ा इंजर्ड रहने लगे थे। इसके बाद तो उन्होंने मुड़ कर नही देखा क्योंकि वो लगातार बड़े से बड़ा फ़्यूड लड़ रहे थे, फिर चाहे वो विंस के साथ हो, स्टोन कोल्ड के साथ या फिर रॉक के साथ। ये तो कुछ नही था, इस दौरान उन्होंने 14 वर्ल्ड चैंपियनशिप्स जीती और कइयों के करियर सुधारे। किंग ऑफ द रिंग, रॉयल रम्बल, हैल इन ए सेल हो या फिर यूरोपियन और इंटरकॉन्टिनेंटल टाइटल्स, ट्रिपल एच ने सब पर जीत और महारथ पाई। इसके बावजूद वो रॉक और स्टोन कोल्ड जैसी पॉप फैंस से नही पा सके। इन सालों में उन्होंने दो बेहद ज़बरदस्त बांड्स बनाए, एक अपनी पत्नी के साथ, और दूसरा बिज़नेस को समझने के लिए अपने ससुर विंस के साथ। इसी वजह से अब वो साल में इक्का दुक्का मैच लड़ने के इलावा भी बैकस्टेज बहुत कुछ संभाल रहे होते हैं। वो चीज़ें जिन्हें वो संभाल रहे हैं उनमें एक ये है कि WWE के पास हमेशा बेस्ट टैलेंट हो या उसका एक लूप हो, ताकि उन्हें ट्रेन करके इस काबिल बनाया जा सके कि वो WWE के मेन रोस्टर में परफॉर्म कर सकें। उन्होंने अपना जौहर फिन बैलर, ब्रे वायट, शील्ड, फोर हॉर्सवीमेन और ना जाने कितनों के रूप में हमें दिखाया भी है। ये इस बात को साबित करता है कि विंस के साथ साथ वो भी बहुत पारखी नज़र रखते हैं। आखिर मे यहीं कहना चाहूँगा कि दोनों का अपना अपना इम्पैक्ट है इस बिज़नेस पर जिसे नकारा नही जा सकता और दोनों के अपने अपने योगदान की वजह से ही कंपनी आज वहाँ पहुँच पाई है, जहाँ वो है। एक तरफ जहाँ रॉक मार्केटिंग और प्रोमोशन के लिए एक अच्छा ब्रांड है तो वही प्रोफेशनल रैसलिंग के अंदर में कम्पनी की जो वैल्यू ट्रिपल एच बना रहे है वो रॉक के लिए कर पाना मुश्किल होगा। लेखक: आकाश, अनुवादक: अमित शुक्ला