गिनो हर्नांडेज़ एक ऐसे रैसलर थे जिसके पास सब कुछ था, अच्छे लूक्स, स्टाइल और रिंग में लड़ने का शानदार तरीका। इन सभी खूबियों के साथ गिनो स्टार बनने ही वाले थे कि ड्रग्स के ओवरडोज़ ने सिर्फ 28 साल की उम्र में उन्हें जिंदगी से दूर कर दिया। जब ब्लैंकार्ड San Antonio में वर्ल्ड क्लास रैसलिंग का प्रमोशन कर रहे थे उस वक्त में हर्नानडेज को एक सुपरस्टार के रुप में देखा जा रहा था। हर्नानडेज उन सैकड़ों पेशेवर रैसलर्स में एक है जो कम उम्र में जिंदगी से दूर चले गए और कभी अपनी काबलियत को पूरी तरह से लोगों के सामने नहीं ला सके। हर्नांजेड, डेविड जैसे रैसलर रिंग में पहली बार उतरे तो अपने बड़े ही महान लगते थे। ये मुश्किल है कहना कि कम उम्र में रैसलर्स क्यों गुजर जाते है। क्योंकि हर रैसलर का अपना अलग स्वभाव है। 1970 से 1980 तक जैसे फैंस की तादाद बढ़ी, उनका रवैया बदलने लगा तब गेम का तरीका और व्यापार दोनों अलग थे । इसका सबसे बड़ा कारण देर रात होने वाली पार्टियां भी है जिसमे कई दिग्गज तो शामिल होते ही थे तो नए सुपरस्टार भी शिरकत करते थे। जिसके चलते वो अपने शरीर और फिटनेस पर ध्यान नहीं दे पाते थे। स्पष्ट है कि हर मौत के पीछे कारण सामान्य थे। ज्यादा से ज्यादा घूमना,चोट के बावजूद हर शहर में प्रदर्शन करना। हालांकि रैसलर्स रॉकस्टार की जिंदगी जीते है लेकिन जिम्मेदारियां को नजरंअदाज कर देते हैं। रैसलर्स स्टेरॉइड्स, पेन किलर्स, एल्कोहॉल और भी अधिक दवाइयों का सेवन करते हैं। जिसका जिक्र रिक ने अपनी ऑटोबायोग्राफी में भी किया। वहीं हल्क हॉगेन ने भी steroids के सेवन को स्वीकार किया। भारी मात्र में steroids के कारण क्रिस बैन्वा की मौत हो गई थी। शैरी मार्टल की मौत ओवरडोज़ की वजह से हो गई थी। रैसलिंग, फैस के लिए किसी नशे से कम नहीं है और इस लत की आदत हर फैन को होती है। जिसका असर व्यापार पर भी पड़ता है। इसी बढ़ते व्यापार में एडी गुरेरो जैसे खिलाड़ी भी कही खो गए। क्या ड्रग्स, शराब, आत्महत्या या फिर चोटिल होना, क्या यही कारण है कि रैसलर्स जल्दी मौत का शिकार होते है। वैसे रैसलर को बाहर की जिंदगी और रिंग की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। वहीं आज के रैसलर्स बहुत तेज-तर्रार हैं जबकि 20 साल पहले ऐसे नहीं होते थे। ये साफ है कि कुछ रैसलर्स मानसिक तनाव के कारण, कुछ दवाइयों के गलत सेवन से तो कुछ हताश होकर जल्दी मर जाते हैं। रैसलिंग में नशे का ये एक ऐसा मुद्दा है जो कभी सुलझ नहीं सकता।