रोमन रेंस एक बेहतरीन रैसलर बनकर उभरे हैं और इसी वजह से कंपनी ने उन्हें अपना फेस बनाने का फैसला लिया था। रोमन रेंस ने कम समय में अपनी जबरदस्त फैन फॉलोइंग बना ली है और इसके अलावा बिग डॉग ने WWE में कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किये हैं।
द बिग डॉग का वास्तविक नाम ली जॉसेफ है और ये अनोआ'ई खानदान से ताल्लुक रखते हैं जोकि बहुत फेमस रैसलिंग परिवार है। रोमन रेंस कभी अपने व्यक्तिगत मामलों में रिंग में नहीं बोलते हैं, जबकि कई रैसलर अपनी पर्सनल लाइफ के बारे में रिंग में सभी को बताते हुए देखे जा सकते हैं।
वैसे तो रोमन रेंस के बारे में उनके फैन्स बहुत कुछ जानते होंगे लेकिन रोमन रेंस की जिंदगी से जुड़ा हुआ एक ऐसा पहलू है जिसे शायद आप नहीं जानते होंगे। रोमन रेंस, जो पेंसाकोला में पले-बढ़े हैं, उन्हें 2010 में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
रोमन रेंस को पुलिस ने 20 जून 2010 को नशा करके हाथापाई करने और अभद्र व्यवहार करने के जुर्म में अरेस्ट किया था और इसके बाद द बिग डॉग की जमानत 1000 डॉलर में हुई थी और इन सबके अलावा रोमन रेंस पर 500 डॉलर का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया गया था।
हालाँकि रोमन रेंस के लिए अच्छी बात ये थी कि उनके अरेस्ट होने के बारे में WWE अधिकारीयों को खबर नहीं थी। रोमन रेंस की ये बात 2013 में WWE के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन करने के बाद सामने आई, जब एक न्यूज़ वेबसाइट ने रोमन रेंस की इस जानकारी को सार्वजनिक किया।
कंपनी नहीं चाहती थी कि रोमन रेंस की अरेस्ट होने वाली बात उनके फैन्स और दर्शकों को पता चले क्योंकि WWE खुद काफी सारी सामाजिक संस्थाओं से जुड़ी हुई है। और कंपनी का एक ऐसा व्यक्ति को फेस बनाना हो, जो नशे आदि के जुर्म में गिरफ्तार हो चुका हो, कंपनी की सामाजिक छवि को खराब कर सकता था और देखा जाए तो रोमन रेंस के फैन्स ज्यादातर छोटे बच्चे और लड़कियां हैं तो उन पर इस बात का गलत प्रभाव पड़ता।
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