बैकलैश ने कई शॉकिंग रिज़ल्ट्स दिए, जिनमें जिंदर का जीतना लगभग सबको चौंका गया। इसके इलावा नाकामुरा और डॉल्फ के बीच का मैच भी जबरदस्त था, तो वहीं केविन और एजे स्टाइल्स के मैच ने तो धमाल ही मचा दिया। भले ही सबको सारे निर्णय पसंद ना आए, लेकिन ये तो मानना ही पड़ेगा कि एक तरफ जहां कुछ को फायदा हुआ तो कुछ को नुकसान। आइए हम अंदाज़ा लगाते है उन 4 लोगों के बारे में जिन्हें फायदा हुआ, और उन्हें भी जिन्हें नुकसान हुआ।
लूज़र - नाकामुरा
वैसे तो इस मैच में नाकामुरा के लिए करने को कुछ भी नहीं था, लेकिन अगर आप डॉल्फ जैसे एक वैटरन को हराना भी चाहते हैं तो उसके प्रतिद्वंदी को रिंग में कुछ तो करने दीजिए। पूरे मैच को डॉमिनेट किया डॉल्फ ने और उसके बाद आप उन्हें इस तरह हरवा देते है, जैसे उनका कोई वजूद ही नहीं है, या जैसे वो एक रुकी हो। कम से कम सामने वाले को कुछ धमाल तो करने दीजिए, पर वहां तो चीज़ें ढाक के तीन पात ही रहीं। इस तरह से शो ऑफ का शो भले ही ऑफ हुआ हो, पर इस मैच में कोई स्ट्रांग स्टाइल भी तो नज़र नहीं आई।
विनर- ब्रीजांगो और द उसोस
ब्रीजांगो ने जब टैग टीम टाइटल के लिए #1 कंटेंडर मैच जीता था तब हर कोई स्तब्ध रह गया था। किसी को उम्मीद नहीं थी कि ये इस फाइट में कुछ अच्छा कर सकेंगे या इनमें वो माद्दा है कि वो चैंपियन बन सके। खैर वो चैंपियन बने की नहीं, वो एक अलग बात है, मगर उन्होंने इसे बैकलैश तक जिस तरह बिल्ड किया वो काबिलेतारीफ है। उस पर सोने पे सुहागा ये की जिस तरह का कॉमिक गिमिक इन्होंने अपनाया वो किसी को भी कमाल लग सकता है। एक अच्छा मैच लड़ने के लिए इन्हें शुभकामनाएं।
लूज़र- एरिक रोवन और ल्यूक हार्पर
इसे अगर पूरे पे-पर-व्यू का सबसे बेकार मैच कहा जाए तो कोई गलती नहीं होगी। इन दोनों का मैच दरअसल एक फिलर मैच जैसा था। जिसमें कोई दम नहीं था। ना ही कोई मूव्स ना ही कोई इम्पैक्ट। हर तरह से ये मैच चारों खाने चित हुआ है। इस सब के बीच बड़ी बात ये है कि इन दोनों का सिंगल्स करियर कहीं जाता नहीं दिख रहा है, तो अच्छा होगा अगर इन्हें एक टैग टीम बना दिया जाए। शायद इस तरह वो कुछ अच्छा कर सकें, और अगर ये टैग टीम चैंपियन बन गए, तो इन्हें हराना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा।
विनर- सैमी जेन
एल जेनेरिको के नाम से पूर्व में रैसलिंग करने वाले सैमी जेन के लिए ये पे-पर-व्यू सबसे ज़बरदस्त था, क्योंकि वो एक लंबे अरसे बाद किसी बड़े इवेंट में जीते हैं। ज़ाहिर सी बात है कि इस मैच में बैरन कॉर्बिन को हराने के बाद सैमी के पास बड़े मैचेज़ का हिस्सा बनने के लिए एक खास वजह तो मिल गई है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि WWE और स्मैकडाउन किस तरह उन्हें पुश देते हैं ताकि वो एक टाइटल जीत सकें, या किसी बड़ी स्टोरीलाइन का हिस्सा बन सकें।
लूज़र- स्मैकडाउन विमेंस डिवीज़न
इस मैच और स्टोरीलाइन का ना सर था ना पैर। आखिर एक ऐसा मैच जिसमें एकदम नई वेलकमिंग कमेटी थी, तो दूसरी तरफ वो टीम जिसमें कोई दम नहीं था। आखिर इस मैच का क्या औचित्य था? एकदम बेकार मैच, बेकार मूव्स और उससे भी ज़्यादा बेकार सैगमेंट जेम्स एल्सवर्थ का इस मैच का हिस्सा होना था। अब आखिरकार क्या होगा, कैसे ये फ़्यूड WWE स्मैकडाउन लाइव पर आगे बढ़ेगा, ये देखना दिलचस्प होगा।
विनर- एजे स्टाइल्स और केविन ओवंस
इस मैच के हर मोमेंट में परफेक्शन था। परफेक्शन ऐसा कि एक एक मूव ज़बरदस्त थी, एक एक मूवमेंट तराशी हुई। यहां तक कि उनका इंजरी एंगल भी जबरदस्त था। हर एक सैगमेंट इतनी ख़ूबसूरती से एग्जेक्यूट हो रहा था, कि देखने वालों को एक पल भी आंखें झपकाने का मौका नहीं मिल रहा था, और वो करना भी नहीं चाहते थे, ताकि कहीं कुछ मिस ना हो जाए। आपने भी ये मैच देखा था, और वो था ना कमाल ?
लूज़र- रैंडी ऑर्टन
अब एक पे-पर-व्यू में एक जॉबर से एकदम मेन लाइट में आने वाले रैसलर के हाथों हार जाना कितना बड़ा लॉस है ये तो कोई रैंडी से ही पूछे। रैंडी ने अपने तरीकों से हमेशा ही डॉमिनेट किया है, लेकिन आज जब वो एक नए पुश के साथ सामने आए रैसलर जिंदर से हारे है, तो उनकी मनोदशा क्या होगी, इसकी कल्पना भी हम लोग नहीं कर सकते हैं। क्या उनका टूटा मनोबल वापस आएगा या उन्हें हार ही मिलती रहेगी? ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा, लेकिन फ़िलहाल बैकलैश उनके लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
विनर- जिंदर महल
अब ये भी क्या कोई कहने की बात है? आगे कुछ कहने को ना तो बाकी है ना ही ज़रूरी। लेखक: आकाश सिलाँकि, अनुवादक: अमित शुक्ला