#3 अच्छा/बुरा: टाइटल चेंज
शार्लेट फ्लेयर के द्वारा टाइटल जीतना एक अच्छे मैच का नतीजा था लेकिन जिस तरह से ये हुआ वो बुरी बात है क्योंकि असुका में दमखम है। वैसे भी रैसलमेनिया अब ज़्यादा दिन दूर नहीं है तो क्या ये करना ज़रूरी था। कंपनी ने एक चैंपियन को तो क्राउन किया लेकिन उसकी वजह से मैंडी रोज़ और उनके जैसी अन्य रैसलर्स को साइडलाइन कर दिया। ये कदम भले ही टाइटल चेंज के लिए अच्छा हो, ये बिज़नेस के लिए अच्छा नहीं था। कंपनी इस टाइटल चेंज से किसी नए रैसलर को बढ़ाने की कोशिश करती तो अच्छी बात होती, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और अब इस कहानी का क्या हाल होगा ये देखना होगा।
इसकी वजह से वो मैच भी खराब हो गया जिसकी एक समय से होने की संभावना थी, और जिसकी कहानी कंपनी ने एक लम्बे समय से चला रखी थी। आखिरकार ये बात तो साबित होती है कि कंपनी में कुछ भी हो सकता है, लेकिन वो बुरा नहीं होना चाहिए था।