WWE को कौन नहीं जानता। इस समय पूरी दुनिया WWE की दीवानी हैं। साल 2002 में WWF से WWE बनी विश्व की सबसे बड़े रैसलिंग कंपनी की स्थापना साल 1952 में जेस मैकमैन ने कैपिटल रैसलिंग कॉर्पोरेशन के रूप में की थी और तब उसमें सिर्फ 3 चैंपियनशिप बैल्ट होती थी। जिनमेंं WWF वर्ल्ड हैवीवेट चैंपियनशिप, WWF इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप और WWF टैग-टीम चैंपियनशिप थी। WWF वर्ल्ड टाइटल को अपने नाम करने वाले अंडरटेकर, ब्रेट हार्ट, द रॉक, स्टोन कोल्ड और हल्क होगन जैसे सुपरस्टार्स थे। इन सुपरस्टार्स का बोलबाला आज भी WWE में चलता हैं। वैसे आपको ये पता नहीं होगा लेकिन 1979 से लेकर साल 2002 तक वर्ल्ड रैसलिंग की बैल्ट में कई बदलाव किए गए थे। आपको ये भी नहीं पता होगा कि आखिर एक WWE बैल्ट में होता क्या है? तो इस बारे में हम आपको बताएंगे की आखिर इस बैल्ट में क्या होता है। बैल्ट में बाहर लगा हुआ गोल्ड मैटल जंगरोधी होता है। सेंटर में जो बड़ी प्लेट और उसके बगल में जो प्लेट्स लगी होती है, जिन पर गोल्ड का स्प्रे किया जाता है और वो रस्ट प्रूफ होती है। देखा जाए तो आजकल की बैल्ट सिल्वर प्लेटेड होती है। जिसके ऊपर गोल्ड की कोटिंग की जाती है। बैल्ट की दूसरी परत लैदर से बनती है और ये अच्छी क्वालिटी की होती है। बैल्ट में लैदर की दो परत होती हैं। एक वो जो बाहर के मेटल को संभालती है और दूसरी वो जो फोम के बिल्कुल साथ वाली लेयर को संभालती है। बैल्ट की सबसे आखिरी परत फोम की होती है। ये फोम की इसलिए होती है क्योंकि WWE के रैसलर्स को अपनी बैल्ट को अलग अलग तरीकों से रखना पड़ता है, जिस कारण उसमें कोई दिक्कत नहीं होती है। WWE बैल्ट में कई और चमकीली चीजों का इस्तमाल भी किया जाता है। रेग्गी पार्क्स और उनके शिष्य डेव मिलिकैन ने इस बैल्ट का निर्माण किया था। रैसलिंग फैंस को हमेशा ये बैल्ट अच्छी लगती है। बैल्ट की दीवाने सभी WWE फैंस है।