रेस्लिंग को लेके सबके दिमाग में कई सवाल चलते रहते हैं। इसे उन लोगों द्वारा नकली या फिक्स बताया जाता है जो WWE को कम ही देखते हैं। लोग इस बात को नोटिस करना भूल जाते हैं की यहाँ जो थोड़ी सी एक्टिंग होती है वहीं उससे कहीं ज़्यादा रेस्लिंग भी होती है। WWE कभी नहीं कहता की ये प्रतिस्पर्धा वाला खेल है, और नाही ये है। ये कई प्रकार की मूवी का एक निचोड़ है। इसमें ड्रामा, कॉमेडी और एक्शन सब कुछ है। और इसमें कुछ ऐसे राज़ हैं जो शायद ही किसी को पता होंगे।
#1 क्या हथियार असली होते है?
रेस्लिंग में हमेशा हथियारों का प्रयोग होता हुआ है। हिंसा और एडल्ट चीज़ें यहाँ काफी समय से हो रही है, और खासकर एटिट्यूड एरा में इन चीजों का काफी प्रयोग होता था। जो रेस्लिंग का सबसे यादगार युग माना जाता है। रिंग के नीचे कई प्रकार के हथियार रखे जाते हैं, ताकि रेसलर उन्हे इस्तेमाल कर सकें। 75% हथियार एक दम असली होते हैं। स्टील चेयर, हथोड़ा, सिड़ी और बाकी हथियार असली होते हैं। रेसलर्स, रेस्लिंग स्कूल में कई सालों तक इन हथियारों का सही इस्तेमाल सीखते हैं। टेबल्स और कुछ और चीज़ थोड़ी कमजोर होती हैं, ताकि चोट कम लगें। कई सालों के अभ्यास के बाद भी हथियारों से चोट तो लगती ही है। अब सर पे चेयर मारना और कुछ और मुव्स WWE में बैन हो गए हैं।
#2 क्या रेसलर्स के मुव्स से दर्द होता है?
आम लोगों को लगता है की रिंग इस तरह से बनाई जाती है की रेसलर्स को लड़ते हुए कोई दर्द ही नहीं होता है। एक हद तक ये बात सही भी है, लेकिन फिर हथियारों के इस्तेमाल की तरह यहाँ भी अच्छी ट्रेनिंग दे जाती है। कई सालों की मेहनत से वो आपस में एक-दूसरे को ज़्यादा नुकसान पहुँचाने से बचते हैं। सफ़ेद दिखने वाली सतह के ऊपर सफ़ेद रंग की मैट और उस मैट के नीचे लकड़ी होती है, ये लकड़ी स्प्रिंग के साथ इस तरह से लगाई जाती है की चोट कम लगे। इसके साथ ही रिंग के नीचे माइक लगाया जाता है ताकि रेसलर्स की आवाज़ आसानी से आए।
#3 चोट कितनी असली होती हैं?
WWE में ऐसा आपने कई बार देखा होगा की एक पटकी के बाद रेसलर्स घूम घूम के गिरते हैं। यह सही में एक बड़ा शो है। इसको वर्ल्ड रेस्लिंग एंटरटेनमेंट वैसे ही नहीं बोलते है। हालांकि ऐसा एक भी रेसलर नहीं है जो कह सकता हो की उसे कभी भी गंभीर चोट नहीं लगी है। कभी-कभी ये चोटें आसान से मूव से लग जाती हैं। एक बार तो मिक फोलि की रीढ़ की हड्डी ऊपर से कूदने से टूट गई थी। स्ट्रेचर तो कभी-कभी छोटी सी चोट पे ही बुला ली जाती है, लेकिन ज़्यादातर ये मैच को गंभीर दिखाने के लिए ऐसे ही बुलाई जाती है। ये पता लगाने का की रेसलर सही में चोटिल है या नहीं, आप रेफ्री की शक्ल देखकर इसका पता लगा सकते हैं। अगर चोट असली है तो रेफ्री बैकस्टेज देखेगा और X का निशान अपने हाथों से बनाएगा। इसका मतलब है रेसलर सही में चोटिल है।
#4 मैच की रिहर्सल कितनी बार की जाती है?
मैच का रिज़ल्ट हमेशा पहले से ही निर्णीत होता है। विनर इस बात पे चुना जाता है की लोग कैसे रिएक्ट करेंगे। हाँ, 60 परसेंट मैच रिहर्स किए जाते हैं, और बाकी मैच स्थिति देखकर डिसाइड होते हैं। रेसलर्स, रेफ्री यहाँ तक की कोमेनटेटर को भी सब पता रहता है। रेसलर्स कई बार एक-दूसरे से बात करते हैं, और इसे 'स्पॉट कॉलिंग' भी कहा जाता है। इसमें रेसलर्स आपस में ये बात करते हैं की अगला मूव कौन और क्या मारेगा। अगर आप कभी-कभी ध्यान से सुनें तो आपको पता चलेगा की रेसलर्स लड़ते हुए आपस में बात करते हैं।
#5 खून असली होता है या नकली?
खून को काफी समय से रेस्लिंग में देखा जा रहा है। यहाँ कई प्रकार की थ्योरी हैं जो अपनी-अपनी तरीके से बताती है की खून कैसे निकलता है। इतना नकली खून कैसे निकल सकता है? क्या ये कैचअप है या कुछ और या ये खून की केप्सूल है? इंटरनेट कई प्रकार की बातों से भरा हुआ है। हालांकि सच ये है की जो खून हम मैच के दौरान देखते हैं वो 100% असली होता है। दरअसल होता ये है की रेफ्री अपने पास से रेसलर्स को ब्लेड देता है और फिर वो अपने माथे को थोड़ा सा काट लेते हैं। इससे खून बड़ी मात्रा में निकलता है, जिसे रेसलर अपने पूरे फेस में फैला देता है, और कुछ खून नीचे भी गिर जाता है। लेखक-विवेक पराशर, अनुवादक-नितीश उनियाल