WWE दुनिया की सबसे बड़ी रैसलिंग कंपनी है। न्यू जापान प्रो रैसलिंग, इम्पैक्ट रैसलिंग, रिंग ऑफ़ ऑनर भी बड़ी कंपनिया है, पर ये सब कंपनी इतनी भी बड़ी नही है कि WWE को टक्कर दे सकें। युवा टैलेंट जो रैसलिंग जगत में अपना नाम कमाना चाहते हैं, ज्यादातर ये यंग टैलेंट्स WWE में ही आना चाहते हैं। इसके पीछे का कारण ये है कि उन्हें बड़े-बड़े सुपरस्टार्स की मौजूदगी में प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा ट्रिपल एच जैसा सुपरस्टार इन यंग टैलेंट्स को मार्गदर्शन देता है। आपको बता दें कि ट्रिपल एच WWE में COO के पद पर है और WWE परफॉरमेंस सेंटर और NXT उन्हीं के जिम्मे है।
स्ट्रीट एंड स्मिथ स्पोर्ट्स बिज़नेस जर्नल ने हाल ही में ट्रिपल एच का इंटरव्यू लिया। इस इंटरव्यू के दौरान स्पोर्ट्स बिज़नेस जर्नल ने ट्रिपल एच से WWE परफॉरमेंस सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे यंग टैलेंट्स के बारे में बात की।
स्पोर्ट्स बिज़नस जर्नल के अनुसार, नए टैलेंट्स जिन्हें डैवलपमेंटल कॉन्ट्रैक्ट के तहत WWE में साइन किया जाता है, और उन्हें इस दौरान प्रतिवर्ष $50,000 से लेकर $150,000 के बीच का वेतन मिलता है। अगर ये टैलेंट्स इसके बाद रॉ या स्मैकडाउन में बड़े सुपरस्टार बन जाते हैं, तो इनकी सैलरी कई गुना बढ़ जाती है।
ट्रिपल एच ने स्पोर्ट्स बिज़नेस जर्नल से बात करते हुए बताया कि किस तरह यंग टैलेंट्स को तकनीक, टाइमिंग, कैमरे के सामने किस तरह रैसलिंग करनी है, ये सारी चीजे सिखाई जाती है। उन्हें ये भी सिखाया जाता है कि रैसलिंग करते वक़्त किस तरह इंजरी से बचना है।
ट्रिपल एच ने आगे कहा कि WWE में रैसलिंग के साथ-साथ स्टोरीलाइन की भी अहमियत है। उन्होंने कहा कि WWE हर साल करीब 1500 घंटे का कंटेंट तैयार करती है, और अगर वो लोग फाइट्स को स्टोरीलाइन की मदद से रोचक नहीं बनाएंगे, तो दर्शक शायद उनका शो देखने से मना कर देंगे।
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