भारत में WWE रैसलरों की खोज शुरू हो चुकी है। NXT के हेड ट्रेनर मैट ब्लूम (टेंसाई के नाम से मशहूर पूर्व WWE रैसलर) को जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वो आने वाली पीढ़ी के लिए नए रैसलरों को खोजें। भारत में न केवल करोड़ों WWE के प्रशंसक मौजूद हैं बल्कि यहाँ के लाखों युवा भी WWE सुपरस्टार बनने का सपना देखते हैं।
नई प्रतिभा की खोज में WWE के कई अधिकारी भारत का दौरा कर रहे हैं। स्पोर्ट्सकीड़ा को मैट ब्लूम से बातचीत करने का मौका भी मिला। बता दें कि 60 पुरुष रैसलर और 20 महिला रैसलर ने यहां अपनी किस्मत आजमाई
आइए नजर डालते हैं मैट ब्लूम के साथ हुई बातचीत के अंशों पर:
सवाल: भारत में इस ट्राइआउट (ट्रायल) में रैसलरों की संख्या और पहले हुए ट्राइआउट से किस तरह अलग है?
सच कहूं तो हमने पहले भी भारत में काफी संख्या में ऐसे सत्र आयोजित करवाए हैं। लेकिन मैं इस बार युवाओं की संख्या देख दंग रह गया हूँ। अधिकतर ऐसे हैं जो एक दूसरे को नहीं जानते, लेकिन ये सभी WWE में अपना स्थान पक्का करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सभी एक दूसरे को प्रोत्साहन दे रहे हैं और सभी एकजुट होकर मेहनत कर रहे हैं।
सवाल: क्या रैसलिंग (कुश्ती) से आने वालों को यहां आसानी रहती है?
रैसलिंग किसी भी तरह की हो, किसी न किसी मायने में रैसलिंग के सभी प्रारूप एक दूसरे से मेल खाते हैं। इसीलिए युवा रैसलरों को मूव्स को समझने में कोई ख़ास समस्या नहीं हो रही है। परन्तु कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने कभी रैसलिंग नहीं की है। उनके प्रति मैं कह सकता हूँ कि उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
सवाल: क्या भारतीयों को आप कोई मैसेज देना चाहेंगे?
फैंस ने मुझे चाहे बू किया हो या चीयर किया हो, लेकिन मैं भारतीय दर्शकों द्वारा मिले समर्थन के प्रति अपना धन्यवाद प्रकट करना चाहता हूँ। मैं आशा करता हूँ कि एक न एक दिन मैं जरुर इन युवा रैसलरों के साथ रिंग में दो-दो हाथ करूं।
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