विंस मैकमैहन को WWE के बड़े रैसलर्स से कितना प्यार है इसका उदहारण देने के लिए डेव मैल्टज़र ने बैरन कॉर्बिन का नाम लिया। बैरन कॉर्बिन ने भी इस पर पलटवार करते हुए डेव मैल्टज़र की टिप्पणी का करारा जवाब दिया।
डेव मैल्टज़र रैसलिंग जगत के जाने माने पत्रकार हैं। उनकी न्यूज़ लैटर, द रैसलिंग ऑब्ज़र्बर सालों से दर्शकों को रैसलिंग न्यूज़ देते आ रही है। रैसलिंग जगत में उनकी जान पहचान काफी है और डेव मैल्टज़र एक बड़े ही सम्मानित पत्रकार हैं। लेकिन इसके अलवा वो कई बार व्यकितगत टिपण्णी करते रहते हैं जिसपर दर्शकों द्वारा उनकी कड़ी आलोचना है। हाल ही में ओकाडा और केनी ओमेगा के बीच हुए मैच को डेव मैल्टज़र ने 6 स्टार की रेटिंग दी थी। जिस पर दर्शकों ने जमकर उन्हें खरी - खोटी सुनाई। लेकिन डेव मैल्टजर की ये रेटिंग व्यक्तिगत थी और दर्शकों को ये बात समझनी चाहिए। मैल्टज़ेर केवल यहीं पर नहीं रुके उन्होंने बैरन कॉर्बिन को छेड़ते हुए "चोटें खाने" की बात की ओर इशारा करते हुए कहा की उनके साथ काम करने में खतरा है। कॉर्बिन ने जवाब में कहा की उन्होंने मैल्टज़ेर को ब्लॉक नहीं किया है, उन्हें केवल NXT के दिनों में ब्लॉक किया था। You where blocked while I was in nxt. Now you're free to say what ever to me — Baron Corbin (@BaronCorbinWWE) August 10, 2017 मैल्टज़ेर के अनुसार कॉर्बिन का जवाब उनकी बेइज्जती थी। उनके अनुसार कॉर्बिन ने कहा की WWE चलाने वाले लोग भी उनके पॉडकास्ट को नहीं समझ सकते क्योंकि वो कभी WWE के रिंग में नहीं उतरें।
फिर एक फैन ने बैरन कॉर्बिन से पूछा कि क्या कोई नॉन-एक्टर किसी एक्टर की फ़िल्म को पसंद नहीं कर सकता? इसके जवाब में कॉर्बिन ने कहा कि वो कर सकता है लेकिन एक्टर की काबिलियत पर उसे उंगली नहीं उठानी चाहिए।
इस पर मैल्टज़ेर ने दोबारा टिप्पणी करते हुए कहा कि विंस मैकमैहन कोई भी निर्णय लेते समय लॉजिक का इस्तेमाल नहीं करते।
ट्विटर पर हुए इस बहस की शुरुआत डेव मैल्टज़र के कमेंट से हुई जहां उन्होंने कहा कि WWE में केवल बैरन कॉर्बिन जैसे बड़े रैसलर्स को पुश मिलता है। समरस्लैम पर बैरन कोर्बिन का सामना जॉन सीना से होने वाला है लेकिन उसी रात वो अपना ब्रीफ़केस शिंस्के नाकामुरा या फिर जिंदर महल के खिलाफ कैश इन कर सकते हैं। मैल्टज़ेर की आलोचना के बाद कॉर्बिन के WWE चैंपियनशिप बनने की संभावना अधिक है। कॉर्बिन को इसकी ओर ध्यान नहीं देना चाहिए था। लेखक: साइमन कॉटन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी