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साल 2017 में WWE रॉ और स्मैकडाउन को लेकर बड़े बदलाव कर सकती है ?

ब्रैंड के विभाजन को छह महीने हो गए हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि यहाँ पर कोई खतरा हो सकता है। CagesideSeats.com के अनुसार सिंगल ब्रैंड पे-पर-व्यू में दर्शक कम रूचि ले रहे हैं और सोशल मीडिया पर मिल रही प्रतिक्रिया भी इसका समर्थन कर रही है। इसलिए ऐसी खबरें मिल रही है कि WWE के अधिकारी साल 2017 में दोनों रॉस्टर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये बहुत बड़ा ड्रामा और उल्टा फैसला साबित होगा क्योंकि दूसरी बार हुए इस ब्रैंड के विभाजन का अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है। लेकिन अभी WWE की स्तिथि ज्यादा अच्छी नहीं है। WWE के सामने प्रोफेशनल रैसलिंग में कोई प्रतियोगिता नहीं है, लेकिन अपने वीवर्स बढ़ाने के लिए उनकी टक्कर मुख्य इंटेरटेन्मेंट और स्पोर्ट्स से हो सकती है। और अगर कंपनी को लगता है कुछ काम नहीं कर रहा, तो वे इसे तुरंत बंद करवा सकते हैं। इस साल जुलाई में हुआ ब्रैंड विभाज कंपनी के लिए मिला-जुला रहा। स्मैकडाउन लाइव ने यहाँ पर अपनी ताकत दिखाई है और एक बंद हो चुके रॉस्टर को उन्होंने कंपनी का लोकप्रिय रॉस्टर बनाया है। वहीँ इसके उल्ट रॉ फीका साबित हुआ है। WWE के इस पुराने स्टाइल की रैसलिंग में दर्शकों ने अधिक रुचि नहीं ली है। ब्रैंड के विभाजन ने कई गुमनाम रैसलर्स को सामने लाया है तो वहीँ कई रैसलर्स अभी भी गुमनाम हैं। ड्राफ्ट का पहला राउंड देखिए: ब्रैंड के खुद के शो में दर्शकों की कम रूचि है और इसके पीछे कई कारण हैं, जिसमें से एक है देखनेवाले दर्शकों की आयु। इसके पहले का ब्रैंड विभाजन कारगर इसलिए हुआ था क्योंकि उस समय उन दर्शकों को केंद्र बनाया गया था जिन्हें दोनों ब्रैंड्स के बीच दुश्मनी देखनी पसंद थी और वे विरोधी ब्रैंड का भी शो देखा करते थे। लेकिन आज के दर्शक PG दौर के हैं। वे सोच में पड़े हैं कि उनका पसंदीदा रैसलर हफ्ते में एक ही शो क्यों करता है। पहले के दर्शक के उल्ट आज के दर्शक रॉ और स्मैकडाउन लाइव को WWE के दो अभिन्न अंग के रूप में देखते हैं। इसके बावजूद अगर WWE ने ब्रैंड के विभाजन को जल्द ही रद्द कर दिया तो ये बड़े ही शर्म की बात होगी। इसमें की गयी मेहनत रंग लाई है और पे-पर-व्यू को अब केवल स्पेशल शो की तरह नहीं देखा जाता। वही पुराने मैचेस देखने के बदले ब्रैंड के विभाजन ने फीके पड़े WWE में नई जान फूंकी है। उम्मीद करते हैं Cagesideseats.com की अफवाह केवल अफवाह साबित हो।

Edited by Staff Editor
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