आज भी जब ट्रिपल एच का थीम सांग बजता है तो फैंस उत्साहित हो जाते हैं, और उसकी ख़ास वजह है उसकी धुन, और उससे जुड़े हुए रैसलर, ट्रिपल एच की वो एंट्री जिसे कोई भी नहीं भूल पाता। ये वो धमाकेदार एंट्री है जिसके लिए एक लम्बी यात्रा हुई, कई लोगों ने इसके लिए अपने सुझाव दिए और आखिरकार ये किरदार आया, 'द गेम' ट्रिपल एच। हाल फिलहाल में इसका जिक्र इसलिए सबसे ज़्यादा हो रहा है क्योंकि अभी कुछ समय पहले WWE ने अपने यूट्यूब अकाउंट पर 'On Something Else to Wrestle with Bruce Prichard' पोडकास्ट में कॉनराड थॉम्पसन और प्रिचार्ड के बीच एक बातचीत की झलक सबके बीच साझा की, जिसमें इस बात पर चर्चा हो रही थी कि आखिरकार 'द गेम' गिमिक कैसे आई थी और इसके पीछे कौन था? ब्रूस पिचार्ड के मुताबिक, अगर जिम रॉस ने ट्रिपल एच की एंट्री पर उन्हें लगातार द गेम नहीं पुकारा होता, और वो उसपर उतना ज़ोर नहीं देते तो शायद ट्रिपल एच को 'द गेम' का उपनाम नहीं मिलता। पिचार्ड के मुताबिक जिम रॉस को 'द गेम' उपनाम के लिए क्रेडिट मिलना चाहिए। उन्होंने ये भी ज़िक्र किया कि जिम रॉस ने ही स्टोन कोल्ड और कई अन्य रैसलर्स के उपनाम के लिए रास्ता बनाया। वो ये भी बताते हैं कि जिम कॉर्नेट ये मानते थे कि ट्रिपल एच कभी भी कुछ बड़ा नहीं कर सकेंगे। वैसे अगर उस बातचीत को मानें तो ये बात तय है कि एक समय पर विंस मैकमैहन ट्रिपल एच को एक मिडकार्ड रैसलर मानते थे जिसकी वजह से वो उन्हें ज़्यादा पुश देने के पक्ष में नहीं थे। पोडकास्ट में इस बात का भी ज़िक्र है कि किस तरह से WWE के भूतपूर्व हेड राइटर विंस रूसो ने मैकमैहन को राज़ी किया कि वो ट्रिपल एच को वो मौका दें जिसके वो हकदार हैं। इस पोडकास्ट में ब्रूस पिचार्ड ने बताया कि किस तरह रूसो ट्रिपल एच और चायना को एक पैकेज डील मानते थे। ब्रूस पिचार्ड के मुताबिक ट्रिपल एच की शुरूआती सक्सेस के पीछे विंस रूसो का हाथ है। उनकी बातचीत के आधार पर ये भी पता चलता है कि MSG कर्टेन कॉल के बाद किस तरह सभी नाराज़ और निराश थे और उसकी वजह से बैकस्टेज काफी हीट भी थी। पिचर्ड ने आगे बताया कि वो ट्रिपल एच को काफी ज़्यादा पसंद करते थे क्योंकि वो हमेशा सीखने वाला नज़रिया रखते थे और उन्हें इस बात से कभी परेशानी नहीं हुई कि कोई उनके बारे में क्या कहता है।