WWE: WWE सुपरस्टार शिंस्के नाकामुरा (Shinsuke Nakamura के मेंटर रह चुके महान जापानी रेसलर ओसामू किडो (Osamu Kido) एक समय पर NJPW के लैजेंड कहे जाते थे, लेकिन प्रो रेसलिंग यूनिवर्स के लिए बुरी खबर ये है कि हाल ही में 73 साल की उम्र में उनका निधन हो गया है।
किडो 1972 में NJPW के सबसे पहले शो का हिस्सा रहे थे, जिसमें उन्हें इवान कामेरॉफ के खिलाफ हार मिली थी। ऐसा बताया जा रहा है कि किडो कैंसर से जूझ रहे थे और 11 दिसंबर को दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से उनका निधन हो गया है, जिससे पूरे रेसलिंग जगत में उदासी छा गई है।
किडो सबसे पहली वर्ल्ड लीग टूर्नामेंट टूर्नामेंट का हिस्सा रहे थे। किडो चाहे उस समय के टॉप सुपरस्टार एंटोनियो इनोकी के लेवल पर ना रहे हों, इसके बावजूद वो काफी फेमस हुआ करते थे। अगस्त 1986 में उन्होंने अकीरा मेडा के साथ टीम बनाकर NJPW टैग टीम चैंपियनशिप भी जीती थी।
WWE सुपरस्टार Shinsuke Nakamura के गुरु रहे Osamu Kido
रेसलिंग से रिटायर होने के बाद ओसामू किडो ने ट्रेनिंग देनी शुरू की और उन्होंने ऐसे कई रेसलर्स को ट्रेन किया जो आगे चलकर बहुत बड़े सुपरस्टार बने। इन्हीं में से एक नाम मौजूदा WWE सुपरस्टार शिंस्के नाकामुरा का भी रहा।
नाकामुरा ने अपनी किताब "King of Strong Style: 1980-2014" में भी किडो के ट्रेनिंग के तरीके का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा:
"मुझे चाहे ट्रेनिंग शुरू करे कुछ ही समय हुआ था, लेकिन मुझे ओसामू किडो के साथ अपनेपन का एहसास होने लगा था। अगर ट्रेनिंग सेशन बहुत कठिन होता तब भी हम मजाक करते रहते थे। मुझे किडो का रेसलिंग स्टाइल बहुत पसंद था। मैं जब रेसलिंग का फैन था तो मुझे उनका स्टाइल योशिआकी फुजीवारा से भी अधिक पसंद था।"
पूर्व WWE आईसी चैंपियन ने आगे लिखा:
"मुझे किडो की सादगी बहुत अच्छी लगती थी। वो काफी हद तक एक रहस्यमयी व्यक्ति थे उनके बाल एकदम परफेक्ट हुआ करते थे।"
एक महान रेसलर का दुनिया को अलविदा कह देना दुखद है और उनके रेसलिंग के प्रति योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उन्होंने साल 2010 में IGF नाम के प्रमोशन के लिए अपना आखिरी मैच लड़ा था, जहां टैग टीम एक्शन में उन्हें हार झेलनी पड़ी थी।