WWE जिंदर महल को अगला ‘द खली’ बनाने की कोशिश में लगी है

भारतीय मूल के WWE सुपरस्टार जिंदर महल अचानक से सुर्खियों में आ गए हैं। बाकी WWE सुपरस्टार्स की तरह ही दिखने वाले जिंदर महल, जिनकी रिंग स्किल्स कुछ खास नहीं है, आज वो रैसलिंग कम्यूनिटी और जानकारों के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं। 2 साल के वनवास के बाद कंपनी में पिछले साल लौटने वाले ‘द महाराजा’ के लिए सही मायनों में अच्छे दिनों की शुरुआत रैसलमेनिया 33 से हुई। मोजो राउली के आंद्रे द जाइंट मेमोरियल बैटल रॉयल जीतने की संभावना पहले से लगाई जा रही थी, लेकिन किसी को भी इस बात की भनक नहीं थी कि मोजो मैच के आखिर में जिंदर महल को एलिमिनेट कर ट्रॉफी जीतेंगे। जिंदर महल आंदे द जाइंट मेमोरियल बैटल रॉयल मैच के रनर अप रहे। रैसलमेनिया 33 के बाद हुए सुपरस्टार शेकअप की वजह से जिंदर को रॉ से स्मैकडाउन में ड्राफ्ट कर दिया गया। स्मैकडाउन को Land Of Opportunity भी कहा जाता है और स्मैकडाउन में जाते ही मानो जिंदर महल की किस्मत ने पलटी मार ली और वो एकदम से लाइम लाइट में आ गए। 18 अप्रैल को स्मैकडाउन में हुए 6 पैक चैलेंज मैच को जीतकर जिंदर WWE चैंपियनशिप के नंबर 1 कंटैंडर बन गए हैं। उन्होंने नंबर 1 कंटैंडर बनने के लिए अपने से कहीं ज्यादा प्रतिभाशाली मोजो राउली, सैमी जेन, ल्यूक हार्पर, एरिक रोवन और डॉल्फ जिगलर जैसे रैसलरों को मात दी। महल की जीत में असली योगदान सिंह ब्रदर्स (द बॉलीवुड बॉयज़) का रहा, जिन्होंने मेन रोस्टर डैब्यू करते हुए जिंदर महल की मदद की और उन्हें नंबर 1 कंटैंडर बनाया।

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जिंदर महल का अचानक से WWE चैंपियनशिप का नंबर 1 कंटैंडर बन जाना कोई तुक्के की बात नहीं है, बल्कि ये WWE मैनेजमेंट ने पहले से सोच रखा होगा।

WWE की सोची-समझी रणनीति

ऐसा कतई नहीं है कि WWE के अधिकारियों ने एक दिन सोचा होगा कि चलो प्रोडक्ट में कुछ नयापन लाने के लिए जिंदर महल को WWE चैंपियनशिप का नंबर 1 कंटैंडर बना देते हैं। कनाडा में पैदा हुए भारतीय मूल के जिंदर महल को इतना बड़ा पुश देने के पीछे का सबसे बड़ा कारण है भारत। द खली के WWE से जाने के बाद से ही कंपनी के पास कोई ऐसा भारतीय या भारतीय मूल का चेहरा नहीं था, जोकि भारत में कंपनी के कारोबार को ऊंचाइयों पर ले जा सके। भारत जोकि दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा जनसंख्या वाला देश है, जहां के लोग WWE को बहुत ही ज्यादा पसंद करते हैं। भारत WWE प्रोडक्ट की बहुत बड़ी मार्केट में से एक है और कंपनी इसका पूरा लाभ उठाना चाहती है। आपको बता दें कि WWE ने रैसलमेनिया 33 के दिन भारत में WWE Shop लॉन्च की। अब भारतीय फैंस अपने फेवरेट स्टार्स की मर्चैंडाइज़ को एक क्लिक के जरिए आसानी से मंगा सकते हैं। कंपनी को लगता है कि जिंदर महल के भारतीय मूल का होने की वजह से वो लोगों से कनेक्ट कर पाएंगे और आने वाले समय में इस कारण से भारत में WWE को फायदा होगा। WWE ने ऐसा करने मास्टर स्ट्रॉक खेला है, कंपनी को भविष्य में इससे जरूर फायदा होगा लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या जिंदर महल, द खली की तरह फेमस हो पाएंगे?

WWE के पास भारतीय मार्केट के लिए विकल्पों की कमी

किसी भी देश में कोई शो, प्रोडक्ट को कामयाब करना का सबसे अच्छा और आसान तरीका है कि वहां के किसी सुपरस्टार को कंपनी से जोड़कर बड़ी भूमिका में ला दिया जाए। द खली के साथ WWE ने कुछ ऐसा ही किया था। द खली ने 2006 में अंडरटेकर और मार्क हैनरी के बीच हो रहे मैच में दखल देकर द अंडरटेकर पर हमला किया था। करीब 7 फुट 1 इंच लंबे और शरीर में WWE के ज्यादातर रैसलरों से बड़े खली ने जैसे ही अंडरटेकर पर अटैक किया, वैसे ही रातों-रात द खली भारत में बड़े स्टार बन गए। WWE ने उन्हें बाद में चैंपियन बनाया, जिसकी वजह से कंपनी को इसका सीधा फायदा भारत में मिला। द खली की वजह से भारत में WWE की लोकप्रियता में इजाफा हुआ।

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WWE ने भारत के सबसे बड़े ओलंपियंस में से एक सुशील कुमार को भी कंपनी से जोड़ने की कोशिश की, लेकिन दोनों पार्टियां किसी सही नतीजे पर नहीं पहुंच पाई और सुशील कुमार के WWE में जाने की अटकलों को विराम दे दिया गया। WWE के पास जिंदर महल के अलावा कोई और अनुभवी भारतीय चेहरा नहीं है, जिसके दम पर भारत की मार्केट को साधा जा सके। जिंदर महल 2011 से 2014 तक WWE का हिस्सा रह चुके हैं। कंपनी द्वारा 2014 में रिलीज़ किए जाने के बाद से उन्होंने अपने शरीर में काफी बदलाव किया है और इस दौरान वो ढेरों इंडिपेंडेंट रैसलिंग प्रमोशन के लिए लड़ चुके हैं। यहां तक कि वो द खली के साथ भी WWE में नजर आ चुके हैं। ऐसे में 2 और भारतीय रैसलरों सिंह ब्रदर्स (हर्व सिहरा और गुर्व सिहरा) के साथ जिंदर महल को जोड़कर WWE ने यकीनन भारतीय दर्शकों का ध्यान खींचने की भरपूर कोशिश की है। जिसका क्या परिणाम निकलकर आएगा, इस बात का अंदाजा को भविष्य में ही लग पाएगा। WWE द्वारा रे मिस्टीरियो, वेड बैरेट, रूसेव, शेमस, शिंस्के नाकामुरा जैसे रैसलरों को आगे लाने का एक बड़ा कारण यही था कि WWE इन रैसलरों के देशों में अपनी साख और मजबूत करना चाहती थी और जिंदर महल के केस में भी ऐसा ही है।

द खली से अच्छे विकल्प हैं जिंदर महल ?

WWE के लिए जो काम द खली ने किया, कंपनी वही काम जिंदर महल से निकलवाना चाहती है। द खली के लिए सबसे अच्छी बात उनकी कद काठी थी। 7 फुट से ज्यादा लंबे और भारी भरकम शरीर वाले रैसलर कम ही देखने को मिलते हैं। द खली का बड़ा शरीर और अपने WWE डैब्यू पर द अंडरटेकर जैसे लैजेंड के ऊपर अटैक करना, इन 2 बातों ने भारतीय लोगों और दुनिया भर के रैसलिंग फैंस का ध्यान अपनी ओर खींचा और इसी से द खली ने लोकप्रियता की सीढ़ी चढ़ी। द खली के पास ना तो रिंग में लड़ने की खास स्किल्स थी और ना ही वो माइक पर बोल पाते थे। वहीं जिस तरह के शरीर वाले रैसलर्स विंस मैकमैहन को पसंद आते हैं, वो जिंदर महल के पास है। जिंदर महल को वापसी करने के बाद ज्यादा लंबे मैच में अपनी काबिलियत दिखाने का मौका तो नहीं मिला है, लेकिन वो माइक पर अच्छा काम कर लेते हैं और WWE के लिए एक नैचुरल हील का काम कर सकते हैं। महल अभी फिलहाल 30 साल के ही हैं, मौजूदा हालात को देखते हुए WWE मेन रोस्टर में करीब 2-3 साल तक किसी भारतीय रैसलर के आने और जगह बनाने की उम्मीद कम ही नजर आती है। अगर WWE जिंदर महल को सही बुकिंग दे और तो यकीनन जिंदर कंपनी के लिए भारत में एक बड़ा नाम साबित हो सकते हैं।