WWE रिंग में हमने अनगिनत रैसलर्स को दर्द से जूझते हुए देखा है। रैसलर्स बिना खुद को या अपने प्रतिद्वंदी को चोट पहुंचाए फैन्स का मनोरंजन करने की कोशिश करते हैं लेकिन कभी-कभी चीजें प्लान के मुताबिक नहीं जाती।
कुछ रैसलर्स को उनके पैरों पर चोट लगती है तो कुछ रैसलर्स गर्दन में। ऐज को उनके रीढ़ की हड्डी में हुए स्टेनोसिस की वजह से रैसलिंग से रिटायर होने पड़ा था और स्टोन कॉल्ड स्टीव ऑस्टिन ने अपने इन-रिंग करियर को अलविदा कहा था।
यहां तीन ऐसे WWE दिग्गज हैं, जिन्हें WWE इतिहास की सबसे भयानक चोटों से गुजराना पड़ा है:
# 3 द अंडरटेकर को आंख के पास की हड्डी में लगी चोट
अगर हमने आपसे पूछा होता कि अंडरटेकर और ये मिस्टीरियो के बीच एक मैच के दौरान इनमें किस सुपरस्टार के चोटिल होने की संभावना सबसे ज्यादा है, तो आप निश्चित रूप से मिस्टीरियो का नाम लेते। लेकिन मई 25, 2011 में मिस्टेरियो ने द डैडमेन के चेहरे पर फुल फोर्स से एक सेनटॉन मारा, जिससे टेकर के नाक और आंख के पास की हड्डी को चोटिल किया।
लेकिन टेकर ने अपनी चोट को नजरंदाज करते हुए एक पाइलड्राइवर की मदद से इस मैच में जीत हासिल की। 1995 में भी अंडरटेकर को आंख की हड्डी पर चोट लगी थी जिसके कारण उन्हें कई महीनों तक इन-रिंग एक्शन से बाहर रहना पड़ा था।
# 2 जॉन सीना की छाती की मांसपेशी में लगी चोट
अक्टूबर 1, 2007 को मिस्टर कैनेडी के खिलाफ अपने मैच में दौरान जॉन सीना को उनकी दाहिने छाती की मांसपेशी में चोट लगी। चोट के वाबजूद सीना ने अपना मैच खत्म किया।
उन्होंने कैनेडी को हराया लेकिन रैंडी ऑर्टन ने दखल दिया और सीना को टेबल से मारकर बेहोश किया। यह चोट इतनी गहरी थी कि सीना को रॉयल रंबल 2008 से पहले कई महीनों तक इन-रिंग एक्शन से बाहर रहना पड़ा था।
# 1 स्टोन कॉल्ड स्टीव ऑस्टिन के गर्दन में लगी चोट
समरस्लैम 1997 स्टीव ऑस्टिन और ओवन हार्ट इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप के लिए एक-दूसरे से भिड़े थे।इस मैच के दौरान हार्ट ने ऑस्टिन को एक पाइलड्राइवर दिया, जिसके कारण ऑस्टिन को उनकी गर्दन में एक गंभीर चोट लगी।
इस मैच को देख रहे दशकों को यह लग रहा था कि ऑस्टिन अब कभी चल-फिर नहीं पाएंगे लेकिन उन्होंने इस दर्द को झेलकर ओवन हार्ट को पिन कर इंटरकॉन्टिनेंटल चैंपियनशिप जीती। इस चोट ने ऑस्टिन को उनके करियर में कई बार परेशान किया और बहुत सारी सर्जरी के वाबजूद ऑस्टिन को अपनी गर्दन और घुटनों की चोट के कारण इन-रिंग एक्शन से रिटायर होना पड़ा।
लेखक- प्रवीर राय, अनुवादक - संजय दत्ता