भारत की अन्नू रानी विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स के महिला जैवलिन थ्रो फाइनल में पहुंच गई हैं। अमेरिका के ओरेगोन में हो रही प्रतियोगिता में जैवलिन थ्रो के क्वालिफिकेशन में अन्नू ने अपने तीसरे प्रयास में 59.60 मीटर की दूरी तय की और लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंचने में कामयाब रहीं। हालांकि अन्नू का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा और वो ओवरऑल 8वें स्थान पर रहीं, लेकिन देश के खेल प्रेमी उम्मीद कर रहे हैं कि वो 22 जुलाई को होने वाले फाइनल में बेहतर प्रदर्शन करें।
चैंपियनशिप्स में 62.50 मीटर के मार्क को महिला जैवलिन थ्रो फाइनल के लिए डायरेक्ट क्वालिफिकेशन मार्क रखा गया था। मतलब यदि कोई खिलाड़ी इस दूरी को नाप लेता तो सीधे फाइनल में पहुंच जाता जबकि इस दूरी से कम मापने वाले एथलीट को बचे हुए कोटे में जगह दी जाती। जापान की हारूका किटागुची ने 64.32 मीटर की दूरी नापकर क्वालिफिकेशन में पहला स्थान हासिल किया। चीन की शियिंग लू (63.86 मीटर) और लिथुआनिया की लिवेता जेसुनाएत (63.80 मीटर) ने भी डायरेक्ट क्वालिफिकेशन पाया। बाकी बचे 9 स्थानों पर प्रदर्शन के आधार पर खिलाड़ी चुने गए।
अन्नू रानी का पहला प्रयास फाउल रहा। दूसरे प्रयास में 55.35 मीटर की दूरी तय की जबकि तीसरे प्रयास में अन्नू ने 59.60 मीटर की दूरी तय की। मुकाबले के बाद अन्नू रानी ने एक इंटरव्यू में बताया कि वो 2019 विश्व चैंपियनशिप्स के मुकाबले इस बार ज्यादा फिट महसूस कर रही हैं। अन्नू ने माना कि क्वालिफिकेशन के दौरान वो ज्यादा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाईं, लेकिन फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास जरूर करेंगी।
29 साल की अन्नू का पर्सनल बेस्ट थ्रो 63.82 मीटर है जो उन्होंने इसी साल मई में जमशेदपुर में फेंका था। ऐसे में अन्नू को अगर मेडल तक पहुंचना है तो कम से कम अपने पर्सनल बेस्ट के आसपास का थ्रो जरूर करना होगा।