भारत के अविनाश साब्ले विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स के स्टीपलचेज फाइनल में पदक से चूक गए हैं। अमेरिकी के ओरेगोन में खेली जा रही प्रतियोगिता में 3000 मीटर स्टीपलचेज फाइनल में साब्ले 11वें स्थान पर रहे। साब्ले ने 8:31:75 मिनट का समय लिया जो उनके पर्सनल बेस्ट 8:12:48 मिनट से काफी कम था।
स्पर्धा का गोल्ड मौजूदा ओलंपिक चैंपियन मोरक्को के सूफियान अल बक्काली ने जीता जिन्होंने रेस पूरी करने में 8:25:13 सेकेंड का समय लिया। बक्काली ने पिछली बार 2019 की विश्व चैंपियनशिप्स में इस स्पर्धा का ब्रॉन्ज जीता था जबकि 2017 की विश्व चैंपियनशिप्स में वो सिल्वर मेडल जीतने में कामयाब रहे थे। टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट इथियोपिया के लिमिचा गिर्मा (8:26:01) को विश्व चैंपियनशिप में भी दूसरा स्थान मिला जबकि कीनिया के कोंसेसलुस किपरुटो (8:27:92) को तीसरा स्थान मिला। किपरुटो 2016 रियो ओलंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट रह चुके हैं और पिछली दो बार से विश्व चैंपियनशिप्स का गोल्ड जीतते आ रहे थे।
अविनाश साब्ले अगर इस बार फाइनल में अपना पर्सनल बेस्ट समय निकाल पाते तो गोल्ड उनके नाम होता। खास बात ये है कि साब्ले ने जून 2022 में ही 8:12:48 मिनट का बेस्ट टाइम निकाला था और राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था। वैसे स्टीपलचेज का विश्व रिकॉर्ड 7:53:63 मिनट का है जो मोरक्को के सैफ शाहीन के नाम है।
महिला मैरथन में इथियोपिया को गोल्ड
महिलाओं की मैराथन दौड़ में इथियोपिया की गोत्यितूम गेब्रिस्लेस ने नए विश्व चैंपियनशिप रिकॉर्ड के साथ गोल्ड जीता। गोत्यितूम ने 2:18:11 घंटे के समय के साथ पहला स्थान पाया। कीनिया की जूडिथ कोरिर को सिल्वर (2:18:20) तो इस्राइल की लोनाह सालपीटर (2:20:18) को ब्रॉन्ज मेडल मिला।
इसके अलावा महिलाओं की 1500 मीटर दौड़ के फाइनल में टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट कीनिया की फेथ किप्येगोन (3.52.96) ने पहला स्थान हासिल किया। फेथ ने 2016 ओलंपिक में भी गोल्ड मेडल जीता था और 2017 विश्व चैंपियनशिप्स में गोल्ड जबकि 2019 विश्व चैंपियनशिप्स में सिल्वर जीतने में कामयाब रही थीं। इथियोपिया की गुदाफ सेगे (3.54.52) ने दूसरा और टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट ब्रिटेन की लॉरा मुईर (3.55.28) ने तीसरा स्थान हासिल किया।