भारतीय महिला धावक और राष्ट्रीय रिकॉर्ड होल्डर दुती चंद ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्होंने नेपल्स में हुए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के 100 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके साथ ही वो ये कारनामा करने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट बन गई हैं। इससे पहले किसी भी खिलाड़ी ने 100 मीटर स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बनाई थी।
23 साल की दुती चंद ने महज 11.32 सेकेंड में ही ये रेस पूरी की। स्विटजरलैंड की डेल पोंटे ने 11.33 सेकेंड में रेस पूरी कर सिल्वर मेडल और जर्मनी की धावक ने 11.39 सेकेंड का समय लेकर ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया। दुती चंद अब किसी भी ग्लोबल इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला धावक बन गई हैं। इससे पहले हिमा दास ने पिछले साल वर्ल्ड जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
दुती चंद की इस कामयाबी पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी ट्वीट कर उनको बधाई दी। उन्होंने लिखा 'दुती चंद को 100 मीटर स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीतने के लिए बधाई। इस स्पर्धा में भारत का ये पहला गोल्ड मेडल है और पूरे देश के लिए ये काफी गर्व की बात है। ऐसे ही आप कोशिश करते रहिए और ओलंपिक में भी शानदार प्रदर्शन कीजिए।
दुती चंद ने राष्ट्रपति के इस ट्वीट का जवाब दिया और लिखा ' आपकी शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद सर। ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लिए मैं अपनी पूरी कोशिश करुंगी। एक बार फिर आपके आर्शीवाद के लिए आभार।
राष्ट्रपति के अलावा खेल मंत्री किरण रिजिजू ने भी ट्वीट कर दुती चंद को बधाई दी। उन्होंने लिखा ' मैं इस स्पर्धा को बचपन से ही देख रहा हूं लेकिन कभी भी इसमें भारत को गोल्ड मेडल नहीं मिला। आखिरकार पहली बार भारत को इसमें गोल्ड मेडल मिला, इसके लिए दुती चंद को बधाई।
दुती चंद ने मेडल के साथ अपनी एक फोटो भी शेयर की।