चीन के हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में मंगलवार के दिन भारत को एथलेटिक्स से भारी तादाद में मेडल हासिल हुए। ट्रैक एंड फील्ड की अलग-अलग स्पर्धाओं में भारत ने दो गोल्ड समेत 6 मेडल अपने नाम किए। अन्नू रानी ने महिला जैवलिन थ्रो में भारत को पहला गोल्ड दिलाया तो महिला 5000 मीटर की दौड़ में पारुल चौधरी ने आखिरी सेकेंड्स में दम लगाकर पहला स्थान पा लिया, वहीं तेजस्विन शंकर डेकाथलॉन में 49 साल बाद देश को पदक दिलाने में कामयाब रहे।
शानदार वापसी से जीतीं पारुल
महिलाओं की 5000 मीटर दौड़ के फाइनल में पारुल चौधरी ने सही समय पर जोर लगाकर सिल्वर को गोल्ड में बदल लिया। पारुल दौड़ के आखिरी 30 मीटर पहले तक दूसरे पायदान पर थीं, लेकिन उन्होंने आखिर में जोर लगाया और जापान की रिरीका हीरोनाका को पछाड़ पहला स्थान हासिल कर लिया।
पारुल ने 15 मिनट 14 सेकेंड 75 मिलिसेकेंड का समय लिया जबकि जापान की रिरीका ने 15 मिनट 15 सेकेंड 34 सेकेंड के साथ सिल्वर हासिल किया। तीसरा स्थान कजाकस्तान की धाविका को मिला। भारत की अंकिता अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ पांचवें नंबर पर रहीं। पारुल ने एक दिन पहले ही 3000 मीटर स्टीपलचेज का सिल्वर जीता था।
महिला जैवलिन थ्रो में अन्नू रानी ने ऐतिहासिक गोल्ड मेडल हासिल किया। 2014 में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट रही अन्नू ने इस बार 62.92 मीटर के थ्रो के साथ सीजन बेस्ट प्रदर्शन किया और गोल्ड भी जीता। श्रीलंका ने दूसरा और चीन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस स्पर्धा में भी भारत को पहली बार गोल्ड मिला है।
डेकाथलॉन में भारत के तेजस्विन शंकर सिल्वर जीतने में कामयाब रहे। पहले दिन हुई पांच स्पर्धाओं के बाद तेजस्विन टॉप पर थे, लेकिन दूसरे दिन 110 मीटर बाधा दौड़ और जैवलिन थ्रो में तेजस्विन पांचवें स्थान पर रहे जबकि पोल वॉल्ट में वह आखिरी रहे। आखिर में 1500 मीटर दौड़ में तेजस्विन चौथे स्थान पर रहे और गोल्ड उनके हाथ से निकल गया। 1974 के बाद भारत को पहली बार इस स्पर्धा में कोई मेडल मिला है।
पुरुषों की 800 मीटर दौड़ के फाइनल में भारत के मोहम्मद अफजल ने सिल्वर मेडल जीता जबकि भारत के ही कृष्ण कुमार डिस्क्वालिफाई हो गए।
महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में वित्या रामराज को कांस्य पदक मिला और प्रवीण चित्रवेल ने पुरुष ट्रिपल जम्प में ब्रॉन्ज जीता। भारत के ही अब्दुल्लाह अबूबकर नजदीकी अंतर से चौथे स्थान पर रहकर पदक से चूक गए।