हाल ही में चीन के हांगझाओ में संपन्न हुए एशियन गेम्स में भारत ने जैवलिन थ्रो की स्पर्धा में अपनी बादशाहत साबित की। महिला जैवलिन में जहां भारत की अन्नू रानी ने गोल्ड जीता तो वहीं पुुरुष जैवलिन थ्रो इवेंट में ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा ने स्वर्ण और भारत के ही किशोर जेना ने रजत पदक जीता। अब देश वापस आने के बाद नीरज ने उम्मीद जताई है कि वह और जेना, दोनों साथ मिलकर इस स्पर्धा में जल्द ही 90 मीटर का मार्क पार कर देश का नाम रोशन करेंगे।
हैदराबाद में एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया द्वारा एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन करने वाले भारतीय एथलीटों के लिए एक विशेष सम्मान समारोह रखा गया था। नीरज ने इस इवेंट के दौरान बताया कि वह एशियन गेम्स में पूरी तैयारी के साथ गए थे और 90 मीटर को पार करने की कोशिश में भी थे। नीरज ने 88.88 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता था जबकि किशोर जेना ने अपना करियर बेस्ट प्रदर्शन कर 87.54 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया।
नीरज चोपड़ा का करियर में सर्वश्रेष्ठ जैवलिन थ्रो 89.94 मीटर का है जो उन्होंने पिछले साल स्टॉकहोम में हुई प्रतियोगिता में फेंका था। नीरज का यह थ्रो राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है। वहीं किशोर जेना का हांगझाओ एशियाड में फेंका गया 87.54 मीटर का थ्रो करियर पर्सनल बेस्ट है।
अब पेरिस ओलंपिक की तैयारी
नीरज चोपड़ा और किशोर जेना, दोनों ने ही अगले साल फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले जैवलिन थ्रो इवेंट के लिए क्वालिफाई कर लिया है। 2024 ओलंपिक के लिए क्वालिफिकेशन में 85.50 मीटर से अधिक की दूरी पर अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त स्पर्धाओं में जैवलिन फेंकने वाले पुरुष खिलाड़ी सीधे क्वालिफाय कर जाएंगे। एशियन गेम्स की सफलता के बाद अब भारतीय फैंस को नीरज और किशोर से उम्मीद है कि वह पेरिस ओलंपिक में भी भारत को जैवलिन से ही दो मेडल दिलाने में कामयाब रहेंगे।