भारत के उभरते हुए बैडमिंटन खिलाड़ी शंकर मुथुस्वामी ने विश्व जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल किया है। शंकर ने स्पेन में खेली जा रही इस प्रतियोगिता के फाइनल में जगह बनाई थी जहां चीनी ताइपे के कुओ कुआन लिन ने उन्हें 21-14, 22-20 से हराया। लेकिन शंकर ने प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल कर देश का मान बढ़ाया है। इसके साथ ही शंकर इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में सिल्वर जीतने वाले चौथे भारतीय खिलाड़ी भी बन गए हैं।
करीब 48 मिनट तक चले पुरुष सिंगल्स फाइनल में दोनों खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। पूर्व विश्व जूनियर नंबर 1 रह चुके शंकर को पहले सेट में ज्यादा खास करने का मौका नहीं मिला। लेकिन दूसरे सेट में इस खिलाड़ी ने बेहतरीन वापसी की।
पहला सेट 21-14 से गंवाने के बाद एक समय दूसरे सेट में शंकर 20-14 से पीछे थे और ताइपे के कुओ के पास 6 मैच प्वाइंट थे। शंकर ने शानदार अंदाज में लगातार 6 प्वाइंट जीते और 20-20 से स्कोर बराबरी पर ला दिया। हालांकि यहां से कुओ ने दो अंक अर्जित कर मैच अपने नाम किया, लेकिन शंकर के जुझारुपन ने सभी को उनका कायल बना दिया।
साल 1992 में पहली बार बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन यानी BWF की ओर से जूनियर अंडर-19 बैडमिंटन चैंपियनशिप की शुरुआत की गई थी। साल 2008 में साइना नेहवाल ने महिला वर्ग का खिताब जीता था और ये उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय बनी थीं।
उनके अलावा कोई भी अन्य भारतीय आज तक इस प्रतियोगिता में गोल्ड नहीं जीत पाया है, हालांकि शंकर के मेडल समेत कुल चार मौकों पर देश ने सिल्वर हासिल किया है। साल 1996 में अपर्णा पोपट महिला सिंगल्स में उपविजेता रही थीं, साइना ने 2006 में सिल्वर जीता था। 2015 में भारत के सिरिल वर्मा सिल्वर मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने थे और अब इस लिस्ट में शंकर का नाम भी शामिल हो गया है।