बैडमिंटन एशिया मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप के लिए भारतीय दल घोषित, एच एस प्रणॉय और पीवी सिंधू करेंगे अगुवाई

सिंधू ने आखिरी बार 2022 में और प्रणॉय ने 2018 में प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
सिंधू ने आखिरी बार 2022 में और प्रणॉय ने 2018 में प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीता था

भारतीय बैडमिंटन संघ यानी BAI ने इस साल फरवरी में होने वाली बैडमिंटन एशिया मिक्स्ड टीम चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम की घोषणा कर दी है। दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट पीवी सिंधू और पुरुष सिंगल्स में पिछले साल भारत के सबसे सफल खिलाड़ी रहे एच एस प्रणॉय को टीम की अगुवाई का मौका मिला है। प्रतियोगिता का आयोजन 14 से 19 फरवरी के बीच दुबई में किया जाएगा।

भारत की ओर से पुरुष सिंगल्स में एच एस प्रणॉय और लक्ष्य सेन भाग ले रहे हैं। विश्व नंबर 8 प्रणॉय मौजूदा समय में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय पुरुष खिलाड़ी हैं और पिछले साल उन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन कर देश को थॉमस कप दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। वहीं विश्व नंबर 10 लक्ष्य सेन पिछले साल कॉमनवेल्थ गोल्ड जीतने में कामयाब रहे थे।

पुरुष डबल्स के लिए विश्व नंबर 5 सात्विक साईंराज-चिराग शेट्टी के साथ ही कृष्णा प्रसाद-विष्णुवर्धन को भी जगह मिली है। महिला सिंगल्स में पीवी सिंधू के अलावा आकर्षि कश्यप भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। गायत्री गोपीचंद और त्रीसा जॉली की जोड़ी महिला डबल्स में खेलेगी। शिखा गौतम-अश्विनी भट्ट की जोड़ी भी डबल्स में खेलेगी। मिक्स्ड डबल्स में ईशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो को मौका मिला है। प्रतियोगिता के लिए BWF की 2022 के अंत में जारी रैंकिंग में टॉप 10 में शामिल खिलाड़ियों को सीधे प्रवेश दिया गया जबकि बाकी सभी को ट्रायल के जरिए चुना गया।

बैडमिंटन एशिया प्रतियोगिता की शुरुआत साल 1962 में हुई थी और 1991 से हर साल इसका आयोजन किया जाता रहा है। प्रतियोगिता में भारत को इकलौता गोल्ड मेडल साल 1965 में पुरुष सिंगल्स में दिनेश खन्ना ने दिलाया था। साल 2018 में एच एस प्रणॉय ने सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। महिला सिंगल्स में पिछले साल 2022 में पीवी सिंधू ने कांस्य पदक जीता था। उनसे पहले साइना नेहवाल भी कांस्य पदक हासिल कर चुकी हैं।