भारत की महिला बैडमिंटन टीम ने इतिहास रचते हुए बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भारतीय महिला टीम ने सेमीफाइनल में पूर्व विजेता जापान को 3-2 से मात देकर पहली बार इस प्रतियोगिता के खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। इसके साथ ही भारत ने कम से कम सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। यह पहला मौका है जब भारत की महिला अथवा पुरुष में से कोई भी टीम बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप फाइनल में पहुंची हो। भारतीय टीम की जीत की नायक रहीं 17 वर्षीय अनमोल खरब जिन्होंने निर्णायक मैच अपने नाम किया।
मलेशिया के सेलेनगोर में हो रही इस प्रतियोगिता के महिला टीम सेमीफाइनल में जापान के खिलाफ पहले सिंगल्स मैच में पीवी सिंधू उतरीं। सिंधू को जापान की आया ओहोरी ने पहले मैच में 21-13, 22-20 से हराया जिस कारण जापान को 1-0 की बढ़त मिल गई। लेकिन इसके बाद त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने डबल्स मैच में बेहद नजदीकी मुकाबला जीता। जॉली-गायत्री ने नामी मातसुयामा-चिहारु शिदा की जोड़ी को 21-17, 16-21, 22-20 से मात दी और स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया।
इसके बाद अश्मिता चालिहा ने पूर्व विश्व नंबर 1 नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ 21-17, 21-14 से जीत हासिल कर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। लेकिन महिला डबल्स के दूसरे मैच में अश्विनी पोनप्पा और पीवी सिंधू की जोड़ी को हार मिली। सिंधू को डबल्स खेलता देख कई दर्शक हैरान भी हुए। सिंधू-अश्विनी की जोड़ी को जापान की रेना मियुआरा-अयाको सकुरामोतो ने 21-14, 21-11 से मात दी।
निर्णायक मैच में भारत की ओर से युवा खिलाड़ी अनमोल खरब ने मैदान संभाला। अनमोल ने चीन के खिलाफ किए गए ऐतिहासिक प्रदर्शन को दोहराया और जापान के खिलाफ निर्णायक मैच में जीत हासिल की। अनमोल ने जापान की नातसुकी निदायरा को 21-14, 21-18 से मात देने में कामयाबी हासिल की। फाइनल में भारतीय टीम का सामना थाईलैंड से होगा। थाई टीम ने दूसरे सेमीफाइनल में इंडोनिशिया को 3-1 से मात दी।