विश्व नंबर-2 चोउ टिएन चेन को खूब परेशान करने वाले भारतीय शटलर किदांबी श्रीकांत का सफर डेनमार्क ओपन के क्वार्टर फाइनल में भले ही समाप्त हुआ, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने जमकर वाहवाही लूटी। किदांबी श्रीकांत के ट्रेनर/फिजियो किरण चालागुंडला ने कहा, 'लॉकडाउन के बाद 25 प्रतिशत से 60 तक पहुंचना आसान था। मगर अगले तीन महीनों में 80 से 100 प्रतिशत तक पहुंचने मुश्किल चुनौती होगी।' डेनमार्क ओपन में अपनी स्थिति भांपने वाले किदांबी श्रीकांत को पता चल गया है कि वह कहां खड़े हैं और उन्हें अपने खेल पर क्या मेहनत करना है।
किरण ने कहा, 'जब किदांबी श्रीकांत अगस्त में लौटे तो ताकत समस्या थी। जहां नए कोच एगुस के साथ किदांबी श्रीकांत ने पहला महीना खेल के बेसिक्स पर काम किया। पिछले महीने किदांबी श्रीकांत ने गति और एंड्युरेंस पर काम किया। मगर जो भी उनके खेल में पैनापन आपने देखा वो इसलिए क्योंकि वह मानसिक रूप से तरोताजा थे। उनकी शारीरिक कंडीशनिंग सिर्फ 80 प्रतिशत है।'
अपनी पूरी लय में नहीं होने के बावजूद भी किदांबी श्रीकांत ने चोउ को परेशान किया। चीनी ताइपे के खिलाड़ी ने बीडब्ल्यूएफ से बातचीत में कहा, 'मेरे ख्याल से किदांबी श्रीकांत बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। उनके स्मैश शानदार हैं। नेट पर खेलने की शैली बढ़िया है और मुझे उनके खिलाफ खेलते समय पूरा ध्यान रखना पड़ा क्योंकि अगर आपने उन्हें मौका दिया तो वह तेजी से प्रहार करते हैं।'
किदांबी श्रीकांत के खेल से परेशान हैं चोउ
जीत के बाद चोउ ने कहा, 'हर बार, किदांबी श्रीकांत अलग जगह पर प्रहार करते हैं। जब वो स्मैश जमा रहे थे तो मैं वहां तक पहुंच भी नहीं पा रहा था क्योंकि शटल इतनी तेजी से आ रही थी। जब मैं किदांबी श्रीकांत के खिलाफ खेल रहा था तो मुझे अपनी शैली का उपयोग करना पड़ा ताकि कोई गलती नहीं हो। पहले सेट में किदांबी श्रीकांत ने आखिरी के कुछ अंकों के समय बहुत तेज खेला। वह हाफ स्मैश जमाकर तेजी से नेट पर पहुंच रहे थे। भगवान का शुक्र है कि निर्णायक सेट में मेरी योजना काम आई।'
किदांबी श्रीकांत के लिए यह खराब दौरा नहीं रहा क्योंकि वह शीर्ष-4 शटलरों के खिलाफ खेल रहे थे। पिछले दो सीजन में चोट के कारण काफी परेशान रहे किदांबी श्रीकांत ने मैच के दौरान अपनी रचनात्मकता दिखाई जिससे वह काफी संतुष्ट हैं।
किदांबी श्रीकांत ने बीडब्ल्यूएफ से कहा, 'मैच में कई सकारात्मक और नकारात्मक चीजें थीं। मैं अब जाकर अपने कोच के साथ इस स्थिति का विश्लेषण करके सुधार करूंगा। शीर्ष शटलरों के खिलाफ आपको हर समय अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहना होता है।'