भारतीय महिला बैडमिंटन टीम ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में इतिहास रचते हुए एक पदक पक्का कर लिया है। शुरुआती दौर में टॉप सीड चीन को हराकर सभी को हैरान करने वाली भारतीय टीम ने क्वार्टरफाइनल में हांगकांग को 3-0 से मात दी और कम से कम ब्रॉन्ज मेडल जीतना तय कर लिया है। सेमीफाइनल में भारतीय महिला टीम का सामना अब जापान से होगा।
बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप का आयोजन मलेशिया के सालानगोर में किया जा रहा है। भारतीय महिला टीम की ओर से क्वार्टरफाइनल में पहला मुकाबला भारतीय टॉप खिलाड़ी पीवी सिंधू ने खेला। सिंधू ने पहले सिंगल्स मुकाबले में हांगकांग की लो सिन यान को 21-7, 16-21, 21-12 से मात देकर भारत को शुरुआती बढ़त दिलाई। इसके बाद तनीषा क्रास्टो-अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने डबल्स का मुकाबला आसानी से जीत भारत की बढ़त 2-0 कर दी। तीसरे मुकाबले में अश्मिता चालिहा ने युएंग सुम यी को 21-12, 21-13 से मात दी और भारत को 3-0 से जीत दिलाने में कामयाबी हासिल की।
बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप की शुरुआत साल 2016 में हुई थी और इससे पहले हुए चार संस्करणों में एक भी बार भारतीय महिला टीम ने अंतिम-4 में जगह नहीं बनाई थी। अब सेमीफाइनल में पहुंचकर भारतीय महिला टीम ने इतिहास रचा है। अब 17 फरवरी को दो बार की मेडलिस्ट जापानी टीम से भारतीय महिला खिलाड़ी भिड़ेंगी। दूसरे सेमीफाइनल में इंडोनिशिया और थाईलैंड आमने-सामने होंगे।
वहीं अपने पहले ग्रुप मुकाबले में हांगकांग को हराने वाली भारतीय पुरुष टीम को दूसरे ग्रुप मैच में चीन ने 3-2 से मात दी। चीन के खिलाफ पहले सिंगल्स मुकाबले में एच एस प्रणॉय ने विरोधी चेन बो यांग को 21-15, 19-21, 21-19 से मात दी लेकिन ध्रुव कपिला-एम आर अर्जुन की जोड़ी को डबल्स मुकाबले में हार मिली। इसके बाद लक्ष्य सेन ने लेई लान जी को मात देकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। चौथे मैच में सूरज गोआला और पृथ्वी कृष्णमूर्ति की जोड़ी को मात मिली। आखिरी और निर्णायक मुकाबले में लक्ष्य सेन के भाई चिराग सेन उतरे। यहां चिराग को चीन के झेंग जिंग यांग ने 21-15, 21-16 से मात दी। भारतीय पुरुष टीम क्वार्टरफाइनल में पहले ही पहुंच चुकी है जहां उसका सामना जापान से होगा। भारतीय पुरुष टीम ने साल 2016 और 2020 में सेमीफाइनलिस्ट रहते हुए इस प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज जीता था।