जर्मन ओपन बैडमिंटन टूर्नामेट के पुरुष सिंगल्स फाइनल में भारत के लक्ष्य सेन को हार का सामना करना पड़ा। लक्ष्य को थाईलैंड के कुनलवुत विदितसर्न ने सीधे सेटों में 21-18, 21-15 से मात जरूर दी, लेकिन लक्ष्य के खेल ने कोर्ट में मौजूद दर्शकों और बाकी सभी फैंस का दिल जीत लिया।
तीन बार के जूनियर विश्व चैंपियन विदितसर्न और हाल ही में विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का ब्रॉन्ज जीतने वाले लक्ष्य के बीच कांटे की टक्कर देखने की उम्मीद फैंस को थी और पहले सेट में ऐसा ही हुआ। विदित ने पहले सेट की शुरुआत में ही 4-1 की बढ़त ले ली लेकिन लक्ष्य ने जल्द ही 4-4 की बराबरी पर स्कोर लाकर खड़ा कर दिया। फिर एक समय 13-6 से पीछे चल रहे लक्ष्य ने गजब का नेट गेम खेला और विदित के खिलाफ स्कोर 15-16 कर दिया। एक समय जब विदितसर्न 20-18 से आगे थे तब लक्ष्य ने पैर में दर्द के कारण थोड़ी देर के लिए खेल रुकवाया। पैर में चोट के कारण उन्हें मूवमेंट में दिक्कत हो रही थी। लेकिन लक्ष्य ने वापस कोर्ट की ओर रुख किया। हालांकि पहला सेट वो 18-21 से हार गए।
दूसरे सेट में भी पैर के छाले ने लक्ष्य को काफी परेशान किया और उन्हें दोबारा उपचार लेना पड़ा। ऐसे में दूसरे सेट में लक्ष्य को 15-21 से हार का सामना करना पड़ा और विदितसर्न ने खिताब अपने नाम कर लिया। भारत के लिए अरविंद भट्ट के रूप में सिर्फ एक खिलाड़ी ने जर्मन ओपन जीता है। साल 2014 में भट्ट पुरुष सिंगल्स का खिताब जीतने में कामयाब रहे थे। लक्ष्य को चोट के कारण भले ही अपना पूरा दमखम दिखाने का मौका न मिला हो, लेकिन कोर्ट में मौजूद फैंस मैच के दौरान 'lets go Lakshya' बोलते सुनाई दे रहे थे। दोनों युवा खिलाड़ियों के बीच हुए फाइनल ने बैडमिंटन के उज्ज्वल भविष्य की ओर ही इशारा किया। दिन के अन्य मुकाबलों में महिला सिंगल्स का फाइनल चीन की बिंग जियाओ ने हमवतन चेन यू फेई को 21-14, 27-25 से हराकर जीता। महिला डबल्स का खिताब भी चीनी जोड़ी के नाम रहा।
ऑल इंग्लैंड की तैयारी
अब लक्ष्य की नजर 16 तारीख से शुरु हो रही ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप पर होगी। जर्मन ओपन के सेमिफाइनल में लक्ष्य ने जिस अंदाज में बेहतरीन डिफेंस के साथ ओलंपिक चैंपियन और विश्व नंबर 1 एक्सलसन को हराया था, वही डिफेंस ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में लक्ष्य को काफी आगे ले जा सकता है। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दो दिनों में लक्ष्य के पैर की चोट पूरी तरह से ठीक हो जाए।