भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने आखिरकार इस साल का अपना खिताब का सूखा खत्म कर लिया है। कॉमनवेल्थ गेम्स चैंपियन लक्ष्य ने कनाडा ओपन पुरुष सिंगल्स का टाइटल अपने नाम कर लिया है। लक्ष्य ने फाइनल में पांचवी सीड चीन के ली शी फेंग को 21-18, 22-20 से मात देकर करियर का दूसरा BWF वर्ल्ड टूर खिताब हासिल किया।
विश्व नंबर 19 लक्ष्य ने विश्व नंबर 10 फेंग के खिलाफ फाइनल में पूरा दम लगा दिया। पहले गेम में दोनों के बीच टक्कर कड़ी रही लेकिन लक्ष्य अधिकतर समय विरोधी खिलाड़ी से कुछ अंक आगे ही चलते रहे। 15-15 से स्कोर बराबर होने के बाद लक्ष्य ने लगातार तीन अंक कमाए और यहां से सेट को अपनी तरफ कर इसे 21-18 से जीत लिया। दूसरे गेम में एक समय फेंग 20-16 से आगे थे और लक्ष्य सेट हारने की कगार पर थे, लेकिन उन्होंने वापसी कर लगातार 6 अंक जीते और खिताब जीत लिया।
लक्ष्य ने पिछले साल जनवरी में इंडिया ओपन के रूप में करियर का पहला सुपर 500 खिताब जीता था। इसके बाद वह थॉमस कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे और अगस्त में ही पिछले साल कॉमनवेल्थ गेम्स का पुरुष सिंगल्स गोल्ड जीता। इसके बाद से ही वह कोई भी एकल खिताब नहीं जीत पाए। मौजूदा सीजन में भी 11वें टूर्नामेंट में जाकर उन्हें साल का अपना पहला टाइटल मिला है। जीत के बाद लक्ष्य ने भी ट्वीट कर खिताब हासिल करने पर खुशी जाहिर की। मौजूदा सीजन में लक्ष्य के अलावा प्रियांशु राजावत और एच एस प्रणॉय ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर BWF वर्ल्ड टूर के सिंगल्स खिताब जीतने वाले भारतीय रहे हैं।
7 साल बाद मिला भारतीय चैंपियन
कनाडा ओपन में भारत को 7 सालों के बाद कोई विजेता मिला है। आखिरी बार साल 2016 में बी साईं प्रणीत ने पुरुष सिंगल्स खिताब जीता था। वह इस टूर्नामेंट में एकल प्रतियोगिता जीतने वाले पहले भारतीय भी हैं। 2016 में ही मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की जोड़ी ने पुरुष डबल्स का खिताब अपने नाम किया था। 2015 में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने महिला डबल्स में जीत दर्ज की थी और टूर्नामेंट में किसी भी भारतीय खिलाड़ी का यह पहला खिताब था।