मलेशिया ओपन के पहले दौर में सात्विक-चिराग की जीत, प्रणॉय और लक्ष्य सेन हारकर बाहर

Badminton - Commonwealth Games: Day 9
भारत का कोई भी खिलाड़ी आज तक मलेशिया ओपन का खिताब नहीं जीत पाया है।

भारत की टॉप बैडमिंटन जोड़ी सात्विक-चिराग ने मलेशिया ओपन के दूसरे दौर में जगह बना ली है। हाल ही में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न से सम्मानित होने वाली भारतीय जोड़ी ने पुरुष डबल्स के पहले दौर में इंडोनिशिया के मुहम्मद शोहिबुल और बागस मौलाना की जोड़ी को 21-18, 21-19 से मात दी। पुरुष डबल्स में सात्विक-चिराग की जोड़ी को इस बार खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा है। दूसरे दौर में भारतीय जोड़ी का मुकाबला फ्रांस के लुकास कोर्वे और रोनन लबार की जोड़ी से होगा।

पुरुष सिंगल्स से भारत के लिए टूर्नामेंट का पहला दिन मिलाजुला रहा। पूर्व विश्व नंबर 1 किदाम्बी श्रीकांत जहां पहले दौर में जीत दर्ज करने में कामयाब रहे तो वहीं भारत के टॉप पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी एच एस प्रणॉय और लक्ष्य सेन पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गए। श्रीकांत ने अपने पहले मैच में छठी सीड इंडोनिशिया के जॉनाथन क्रिस्टी को 12-21, 21-18, 21-16 से हराया। दूसरे दौर में श्रीकांत हॉन्ग कॉन्ग के एंगस ना का लॉन्ग का सामना करेंगे।

विश्व रैंकिंग में 8वीं सीड भारत के एच एस प्रणॉय को पहले दौर में डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसन ने मात दी। एंटोनसन ने मुकाबले को 21-14, 21-11 से जीता। वहीं लक्ष्य सेन को पहले दौर में चीन के वेंग होंग यांग ने मात दी। महिला सिंगल्स में आकर्षि कश्यप की हार के साथ भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। पुरुष डबल्स के एक अन्य मैच में भारत के ध्रुव कपिला और एमआर अर्जुन की जोड़ी को भी पहले दौर में हार झेलनी पड़ी। महिला डबल्स में भारत की तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा की जोड़ी ने तीसरे दौर में स्थान पक्का कर लिया है।

मिलेगा पहला भारतीय चैंपियन ?

मलेशिया ओपन BWF 1000 रेटिंग वाला टूर्नामेंट है और यह दुनिया के सबसे पुराने बैडमिंटन टूर्नामेंट में शामिल है। इसकी शुरुआत साल 1937 में हुई थी लेकिन भारत के किसी भी खिलाड़ी ने आज तक इस प्रतियोगिता में कोई भी स्पर्धा नहीं जीती है। इस कारण यह टूर्नामेंट भारतीय खिलाड़ियों के लिए काफी अहम है।