भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और उनके पति पारुपल्ली कश्यप ने मंगलवार को डेनमार्क ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट से अपना नाम वापस ले लिया है। डेनमार्क ओपन 13 अक्टूबर से ओडेंसे में शुरू होगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन की वापसी होगी। कोरोना वायरस महामारी के कारण मार्च में ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप्स के बाद से बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर के सभी टूर्नामेंट या तो रद्द या फिर स्थगित किए गए हैं।
लंदन ओलंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना नेहवाल ने पीटीआई से बातचीत में कहा, 'मैं डेनमार्क ओपन से अपना नाम वापस ले रही हूं। मैंने फैसला किया है कि जनवरी में एशियाई टूर के साथ अपने सीजन की शुरूआत करूंगी।' बता दें कि पति-पत्नी ने पहले डेनमार्क ओपन के लिए अपनी एंट्री भेजी थी और पिछले महीने इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए भारतीय बैडमिंटन एसोसिएशन (बाई) को सहमति पत्र भी भेजा था।
विश्व बैडमिंटन संघ (बीडब्ल्यूएफ) ने थॉमस एंड उबर कप फाइनल्स (3-11 अक्टूबर) , एशिया (नवंबर में) तीन इवेंट्स को 2021 तक स्थगित किया। इसके अलावा 20-25 अक्टूबर तक होने वाले डेनमार्क मास्टर्स को रद्द किया गया। इसलिए पूरे सीजन में सिर्फ डेनमार्क ओपन ही विश्व टूर इवेंट बचा था।
साइना नेहवाल का डेनमार्क ओपन से नाम वापस लेने की असली वजह
यह पूछने पर कि क्या फिटनेस की समस्या है तो दो बार की कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट साइना नेहवाल ने कहा, 'फिटनेस की समस्या नहीं हैं। लेकिन अगर तीन टूर्नामेंट होते तो कुछ फायदा भी होता। मैंने जनवरी से हिस्सा लेने का मन बनाया है ताकि एशियाई टूर के लिए जा सकूं।' पूर्व नंबर-1 साइना नेहवाल के डेनमार्क ओपन से नाम वापस लेने का मतलब है कि ओडेंसे में महिला सिंगल्स में भारत की तरफ से कोई हिस्सा नहीं लेगा क्योंकि विश्व चैंपियन पीवी सिंधू ने पहले ही अपना नाम वापस ले लिया है।
विश्व नंबर-24 पारुपल्ली कश्यप ने भी इसी कारण से डेनमार्क ओपन से अपना नाम वापस लिया है। लंदन गेम्स के क्वार्टर फाइनलिस्ट पारुपल्ली कश्यप ने कहा, 'मुझे भी महसूस हुआ कि सिर्फ एक टूर्नामेंट के लिए जोखिम उठाने का कोई फायदा नहीं। बेहतर यही होगा कि सीजन की ताजा शुरूआत जनवरी में एशियाई चरण से की जाए।' समायोजित अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर के मुताबिक विश्व बैडमिंटन संघ ने डेनमार्क में एक के बाद एक तीन इवेंट्स आयोजित किए थे, जिसमें डेनमार्क ओपन, थॉमस एंड उबर कप और डेनमार्क मास्टर्स शामिल है।
इसके बाद एशिया में तीन लगातार इवेंट्स आयोजित होने थे, जिसमें विश्व टूर फाइनल्स शामिल थे। हालांकि, कई शीर्ष टीमों द्वारा नाम वापस लिए जाने के कारण बीडब्ल्यूएफ को थॉमस एंड उबर कप 2021 तक स्थगित करना पड़ा और डेनमार्क मास्टर्स को रद्द करना पड़ा। कोरोना वायरस के कारण हालातों को देखते हुए शीर्ष ईकाई ने एशियाई लेग को नवंबर से बढ़ाकर जनवरी कर दिया है। अब डेनमार्क ओपन में किदांबी श्रीकांत, लक्ष्य सेन, अजय जयराम और शुभांकर डे ही भारत की तरफ से हिस्सा लेंगे।