विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप : सेमीफाइनल में हारे सात्विक-चिराग , कांस्य पदक हासिल करने वाली पहली भारतीय जोड़ी

मलेशियाई जोड़ी को जीत की बधाई देते सात्विक-चिराग।
मलेशियाई जोड़ी को जीत की बधाई देते सात्विक-चिराग

भारत की टॉप बैडमिंटन जोड़ी सात्विक साईंराज और चिराग शेट्टी को BWF विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक प्राप्त हुआ है। टोक्यो में चल रही प्रतियोगिता के पुरुष डबल्स सेमीफाइनल में सातवीं सीड भारतीय जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा जिसके चलते उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला। विश्व चैंपियनशिप के इतिहास में देश को पहली बार पुरुष डबल्स स्पर्धा में कोई मेडल हासिल हुआ है।

सातवीं सीड सात्विक-चिराग की जोड़ी को छठी सीड मलेशिया के ऐरन चिया-सोह वुई यिक की जोड़ी ने बेहद कड़े मैच में 20-22, 21-18, 21-16 से मात दी। पूरा मैच सवा घंटे तक चला और दोनों ही जोड़ियां एक-दूसरे पर हावी होती रहीं। पहले सेट में सात्विक-चिराग ने जीत दर्ज की।

इसके बाद उम्मीद जाग रही थी कि भारतीय जोड़ी एक और सेट जीत खिताबी मुकाबले में पहुंच जाएगी। दूसरे सेट में एक समय स्कोर 10-10 से बराबर था। लेकिन मलेशियाई जोड़ी ने धीरे-धीरे बढ़त बना ली। तीसरे सेट में भी ऐसा ही हुआ और 11-11 से बराबरी के बाद मलेशियाई जोड़ी ने लगातार बढ़त बनाकर रखी।

विश्व चैंपियनशिप में सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों/ जोड़ियों को कांस्य पदक दिया जाता है। सात्विक और चिराग के लिए अभी तक ये साल काफी उम्दा रहा है। साल के शुरुआत में दोनों ने इंडियन ओपन जीता। मई 2022 में देश को पहली बार थॉमस कप दिलाने में इस जोड़ी ने डबल्स में अहम भूमिका निभाई और हाल ही में संपन्न बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में सात्विक-चिराग ने पुरुष डबल्स का गोल्ड मेडल जीता। भारत के लिए पहली बार पुरुष डबल्स स्पर्धा में किसी जोड़ी ने गोल्ड जीता है।

इससे पहले डबल्स में इकलौता मेडल साल 2011 में आया जब ज्वाला गुट्टा-अश्विनी पोनप्पा ने महिला डबल्स में ब्रॉन्ज जीता था। इस बार की विश्व चैंपियनशिप में भी ये देश का इकलौता मेडल है। पुरुष सिंगल्स या महिला सिंगल्स में इस बार देश को कोई मेडल नहीं मिला है। 2013 के बाद ये पहला मौका होगा जब भारत को सिंगल्स मुकाबलों में मेडल हासिल नहीं होगा।