इससे पहले भारतीय टीम 2011 में इस टूर्नामेंट के क्वार्टर-फाइनल में पहुंची थी, तब भी चीन ने उसका रास्ता रोका था। भारतीय टीम अपने शुरू के तीनों मैच हार गई। इसके बाद बाकी दो मुकाबलों, महिला एकल वर्ग में पी.वी.सिंधु और महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा-एन. सिक्की रेड्डी की जोड़ी के मैचों से परिणाम पर असर नहीं पड़ना था, इसलिए यह दोनों मुकाबले खेले नहीं गए। मिश्रित युगल के पहले मैच में पोनप्पा और सात्विक साईराज रानिकिरेड्डी की जोड़ी को लु काई और हुयांग याकिओंग की जोड़ी ने 16-21, 21-13, 21-16 से मात दी। इसी के साथ चीन ने 1-0 की बढ़त ले ली। भारतीय जोड़ी तीसरे गेम तक मैच को ले जाने में सफल रही लेकिन मैच नहीं बचा पाई। पुरुष एकल में किदाम्बी श्रीकांत दो बार के ओलम्पिक विजेता चेन लोंग की कड़ी चुनौती का सामना नहीं कर पाए और सीधे गेमों में 16-21, 17-21 से हार गए। यह मैच 48 मिनट तक चला। भारत के लिए अगला पुरुष युगल का मैच करो या मरो वाला था, लेकिन सात्विक साइराज और चिराग शेट्टी, फु हाईफेंग और झांग नान की जोड़ी से पार नहीं पा सके। चीनी जोड़ी ने भारतीय जोड़ी को 30 मिनट तक चले मुकाबले में 21-9, 21-11 से मात दी। इसी के साथ चीन ने सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। इस हार के बाद भी सिंधु ने कहा कि भारतीय टीम ने नाकआउट राउंड तक पहुंचकर शानदार प्रदर्शन साबित किया है। सिंधु ने सोशल साइट इंस्टाग्राम पर लिखा है, "सुदीरमन कप खत्म हुआ। हम क्वार्टर फाइनल में चीन से हार गए लेकिन भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया.. कोई बात नहीं दोस्तों, हम दोबारा मजबूती के साथ वापसी करेंगे।" दिन के दूसरे क्वार्टर फाइनल में जापान ने मलेशिया को 3-1 से हराया। सेमीफाइन में चीन और जापान आमने-सामने होंगे। दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया का सामना थाईलैंड से होगा। --आईएएनएस