ओलंपिक चैंपियन विक्टर ऐक्सल्सन ने जीता विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप का खिताब

विक्टर ऐक्सलसन ने 2017 में भी विश्व चैंपियनशिप जीती थी।
विक्टर ऐक्सल्सन ने 2017 में भी विश्व चैंपियनशिप जीती थी।

विश्व नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी विक्टर ऐक्सल्सन ने BWF विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप 2022 का पुरुष सिंगल्स खिताब जीत लिया है। डेनमार्क के 28 वर्षीय ऐक्सल्सन ने टोक्यो में खेली गई प्रतियोगिता के फाइनल में थाईलैंड के युवा खिलाड़ी और जूनियर विश्व चैंपियन कुनावुत विदितसर्न को आसानी से 21-5, 21-16 से मात देकर दूसरी बार विश्व चैंपियनशिप जीती।

ऐक्सल्सन ने मैच की शुरुआत से ही अपना बेहतरीन खेल दिखाया। पहले सेट में तो ऐक्सल्सन को विदितसर्न कोई चुनौती भी नहीं दे पाए। ऐक्सल्सन ने एक समय 7-4 से आगे रहने के बाद लगातार 9 अंक जीते। इसके बाद सेट को जीतने में कोई मुश्किल नहीं हुई। दूसरे सेट में विदितसर्न ने ऐक्सल्सन को अच्छी चुनौती दी और एक समय स्कोर 11-11 से बराबर रहा। लेकिन इसके बाद ऐक्सल्सन ने सेट में अपनी पकड़ बनाकर इसे जीत लिया।

विदितसर्न के पास विशेष मौका था एक साथ जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप और सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप अपने पास रखने का, लेकिन वो असफल रहे। विदितसर्न साल 2017, 2018, 2019 में जूनियर विश्व चैंपियन रह चुके हैं और ऐसा करने वाले इतिहास के पहले पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। विदितसर्न को सिल्वर मेडल मिला और पहली बार उन्हें विश्व चैंपियनशिप में कोई पदक हासिल हुआ है। वहीं ऐक्सल्सन ने साल 2017 में भी विश्व चैंपियनशिप जीती थी। फिलहाल वो ओलंपिक चैंपियन भी हैं और 2021 के टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड हासिल कर चुके हैं। साथ ही उनकी रैंकिंग नंबर 1 है।

चीन के झाओ जुनपेंग और ताइपे के चोउ तिएन-चिन को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुए। भारत की ओर से 4 पुरुष खिलाड़ी - किदाम्बी श्रीकांत, बी साईं प्रणीत, लक्ष्य सेन और एच एस प्रणॉय ने प्रतियोगिता में भाग लिया था। साईं प्रणीत पहले, श्रीकांत दूसरे, लक्ष्य तीसरे और प्रणॉय चौथे दौर यानी क्वार्टरफाइनल में हारकर बाहर हुए। पिछली बार श्रीकांत ने सिल्वर मेडल हासिल किया था जबकि सेन ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था। साल 2013 के बाद पहली बार भारत को विश्व चैंपियनशिप की सिंगल्स स्पर्धा में कोई मेडल हासिल नहीं हुआ है।