भारतीय बास्केटबॉल के फॉरवर्ड और पिछले साल सीनियर नेशनल्स के सबसे कीमती खिलाड़ी (एमवीपी) अर्शप्रीत सिंह भुल्लर को दोहरा झटका लगा है। 6 नवंबर को बेंगलुरु की सड़क पर झगड़ा करने के कारण 26 दिसंबर से अर्शप्रीत पर एक साल का प्रतिबंध लगा हुआ है। अब खबर है कि मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन पंजाब टीम के शीर्ष स्कोरर अर्शप्रीत पर चार साल का प्रतिबंध लगा है, जो 17 सितंबर से प्रभाव में आएगा।
अर्शप्रीत पर प्रतिबंध राष्ट्रीय डोपिंग विरोधी एजेंसी (नाडा) ने लगाया है क्योंकि बास्केटबॉल खिलाड़ी को प्रतिबंधित पदार्थ 5-मिथाइलहेक्सेन-2-अमीन का सेवन करते हुए पाया गया। अर्शप्रीत का नाडा ने लुधियाना में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप के दौरान सैंपल लिया था। उनके सैंपल में स्टीमुलेंट डाईमेथाइल पेंटाइलअमीन पाया गया है।
अर्शप्रीत पर प्रतिबंधन नाडी की डोपिंग विरोधी अनुशास्नात्मक पैनल (एडीडीपी) ने लगाया, जिसने निष्कर्ष निकाला कि एथलीट ने अपने शरीर प्रणाली में प्रतिबंधित पदार्थ की उपस्थिति के बारे में जो स्पष्टीकरण दिया था, वह "अविश्वसनीय" और "अस्वीकार्य" था और यह स्पष्ट रूप से स्थापित था कि खपत थी "जानबूझकर" प्रदर्शन और ताकत बढ़ाने के लिए।
अर्शप्रीत 2024 तब बास्केटबॉल से प्रतिबंधित
भारतीय बास्केटबॉल टीम के एक समय कप्तान रह चुके अर्शप्रीत पर 16 सितंबर 2024 तक प्रतिबंध लगा है और जब तक उनके प्रतिबंध की अवधि समाप्त नहीं हो जाती, तब तक वो किसी भी प्रकार की बास्केटबॉल गतिविधियों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। बास्केटबॉल के 3x3 प्रारूप विशेषज्ञ, अर्शप्रीत ने 2018 के एनबीए ड्राफ्ट में अपना नाम दर्ज कराया, उनका पिछले साल 28 दिसंबर को लुधियाना में 70वीं सीनियर राष्ट्रीय मीट के दौरान परीक्षण किया गया। अर्शप्रीत के मूत्र के नमूने ने 5 फरवरी को प्रतिबंधित उत्तेजक के लिए प्रतिकूल विश्लेषणात्मक खोज की सूचना दी।
अर्शप्रीत को नाडा ने 12 फरवरी को नाटिस भेजा। चूकि अर्शप्रीत विशेषज्ञ पदार्थ के कारण डोप परीक्षण में फेल हुए, तो वो वैकल्पिक अनंतिम निलंबन की मांग नहीं कर सकते, जिसका नतीजा रहा कि उनके चार साल का प्रतिबंध पिछले सप्ताह शुरू हुआ। अर्शप्रीत ने बी सैंपल परीक्षण के अधिकार को भी छोड़ दिया है। एडीडीपी की हाल ही की सुनवाई के दौरान अर्शप्रीत अपने मूत्र सैंपल में मिले विशेषज्ञ प्रतिबंधित पदार्थ की उपस्थिति से पैनल को संतुष्टिपूर्व तरह से राजी नहीं कर पाए।
अपने जवाब में अर्शप्रीत की कानूनी टीम ने कहा, 'अर्शप्रीत तो डायटेरी सप्लीमेंट्स जैसे जीएनसी क्रटाइन और बी ऐलानाइन सप्लीमेंट्स प्रतियोगिता शुरू होने के तीन महीने पहले से ले रहा था। शायद प्रतिबंधित विशेषज्ञ पदार्थ या फिर इन सप्लीमेंट्स के रिएक्शन से उसकी विश्लेषक खोज में उलटा नतीजा पाया हो। अर्शप्रीत जानबूझकर प्रतिबंधित पदार्थ नहीं ले सकता'
अर्शप्रीत 2017 से राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम के अतुल्नीय भाग हैं। अर्शप्रीत ने 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स और फीबा विश्व कप के क्वालीफायर्स में हिस्सा लिया था। 2018 में अर्शप्रीत को कथित रूप से उनके टीम के साथी अमज्योत सिंह ने कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान थप्पड़ जड़ दिया था। जिसके लिए बास्केटबॉल संघ ने उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया था।