भारतीय सीनियर पुरुष बास्केटबॉल टीम का विश्व कप खेलने का सपना एक बार फिर टूट गया है। बेंगलुरु में क्वालीफ़ायर के आखिरी मुकाबले में भारत को सऊदी अऱब की टीम ने 71-60 से मात दी। यहक्वालीफ़ायर का आखिरी मुकाबला था। भारत ने बिना किसी जीत के साथ अपना अभियान समाप्त किया है। हालांकि पूरे क्वालीफ़ायर मुकाबलों में भारतीय टीम का प्रदर्शन पिछले संस्करणों के हिसाब से काफी बेहतर हुआ है।
बेंगलुरु के कांतिवीरा स्टेडियम में हुए मैच में पहले क्वार्टर की समाप्ति पर भारत 19-16 से आगे था और उम्मीद जग रह थी कि टीम अपने से काफी ऊंची रैंकिंग वाली सऊदी की टीम को मात दे पाएगी। लेकिन दूसरे क्वार्टर के बाद ही यह बढ़त खत्म हो गई। तीसरे क्वार्टर में भारत को एक समय 54-53 पर एक अंक की बढ़त मिली, लेकिन टीम के खिलाड़ी अरविंद कुमार के एक फाउल ने सऊदी की टीम को आगे कर दिया।
ऊंची रैंकिंग की टीम के खिलाफ सामना
भारत ने क्वालीफ़ायर में कुल 14 मुकाबले खेले लेकिन किसी में भी जीत नहीं मिली। क्वालीफ़ायर के पहले दौर में भारत को न्यूजीलैंड, फिलीपींस और दक्षिण कोरिया के साथ ग्रुप में रखा गया था। तब न्यूजीलैंड और फिलीपींस ने तो भारत को हराया था लेकिन दक्षिण कोरियाई टीम ने कोविड-19 संक्रमण के कारण अपना नाम वापस ले लिया था जिसकी वजह से भारत को चार अंक प्राप्त हुए थे। दूसरे दौर में न्यूजीलैंड, लेबनॉन, फिलीपींस, जॉर्डन और सऊदी अऱब के साथ एशियाई क्वालीफ़ायर में भारत के साथ ग्रुप ई में रहे।
भारत ने हर टीम के दूसरे दौर में अच्छी चुनौती दी जॉर्डन के खिलाफ 98-63 के स्कोर से मात खाई जो कि दूसरे दौर में उनकी सबसे बड़ी हार थी लेकिन स्कोरलाइन के हिसाब से टीम का प्रदर्शन सराहनीय रहा। भारत ने ग्रुप ई में आखिरी यानी छठे पायदान पर अपना अभियान समाप्त किया। गौर करने वाली बात यह है कि भारत की बास्केटबॉल एसोसिएशन FIBA में रैंकिंग 83 है। न्यूजीलैंड 26वें, फिलीपींस 40वें और दक्षिण कोरिया की टीम 36वें स्थान पर है। जॉर्डन 34वें और सऊदी अरब की टीम 71वें नंबर पर हैं।
भारत ने आज तक बास्केटबॉल विश्व कप के मुख्य ड्रॉ में भाग नहीं लिया है। इस बार बास्केटबॉल का विश्व कप 25 अगस्त से 10 सितंबर के बीच जापान, फिलीपींस और इंडोनिशिया में आयोजित होना है।