BGMI: बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया (Battlegrounds Mobile India) में खिलाड़ियों को सेंसिटिविटी सेटिंग्स का दिलचस्प फीचर मिल जाता है, जिसे डिवाइस और स्किल्स के आधार पर एडजस्ट कर सकते हैं। आपको बता दें कि सेंसिटिविटी सेटिंग्स गेम का महत्वपूर्ण हिस्सा मानी जाती है। इसमें खिलाड़ियों को जायरोस्कोप का फायदेमंद विकल्प मिल जाता है, जो नए खिलाड़ियों को शुरुआत में समझ नहीं आती है। इसलिए इस आर्टिकल में हम आक्रामक जायरोस्कोप सेंसिटिविटी सेटिंग्स पर नजर डालने वाले हैं, जिसका उपयोग करके लगातार फिनिश निकाल पाएंगे।
BGMI में आक्रामक जायरोस्कोप सेंसिटिविटी सेटिंग्स जिसका उपयोग करके लगातार फिनिश निकाल सकते हैं
BGMI में खिलाड़ियों को सेंसिटिविटी सेटिंग्स अपने डिवाइस के आधार पर एडजस्ट करनी चाहिए, जिससे वो एम को सही तरीके से मैनेज करने में सक्षम हो पाएंगे। शुरुआत में जायरोस्कोप का उपयोग करेंगे, तो अजीब लग सकता है लेकिन निरंतर अभ्यास करने पर आपके हाथ अच्छे से सेट हो जाएंगे और मैदान पर विरोधियों को प्रो-प्लेयर्स की तरह फिनिश कर पाएंगे। यहां पर खिलाड़ियों को आक्रामक जायरोस्कोप सेंसिटिविटी सेटिंग्स दी गई है:
कैमरा सेंसिटिविटी सेटिंग्स
- 3rd पर्सन (TPP) नो स्कोप: 136-144 प्रतिशत
- 1st पर्सन (FPP) नो स्कोप: 101-110 प्रतिशत
- रेड डॉट, होलोग्राफिक, एम असिस्ट: 66-75 प्रतिशत
- 2x स्कोप: 46-55 प्रतिशत
- 3x स्कोप: 28-37 प्रतिशत
- 4x स्कोप: 21-30 प्रतिशत
- 6x स्कोप: 17-26 प्रतिशत
- 8x स्कोप: 7-16 प्रतिशत
ADS सेंसिटिविटी
- 3rd पर्सन नो स्कोप: 161-170 प्रतिशत
- 1st पर्सन नो स्कोप: 121-130 प्रतिशत
- रेड डॉट, होलोग्राफिक, एम असिस्ट: 82-93 प्रतिशत
- 2x स्कोप: 56-65 प्रतिशत
- 3x स्कोप: 42-53 प्रतिशत
- 4x स्कोप: 24-33 प्रतिशत
- 6x स्कोप: 16-25 प्रतिशत
- 8x स्कोप: 6-15 प्रतिशत
कैमरा सेंसिटिविटी (फ्री लुक)
- 3rd पर्सन कैमरा (कैरेक्टर, व्हीकल ): 201-210 प्रतिशत
- कैमरा: 166-175 प्रतिशत
- 1st पर्सन कैमरा (Character): 196-205 प्रतिशत
जायरोस्कोप सेंसिटिविटी
- 3rd पर्सन नो स्कोप: 311-320 प्रतिशत
- 1st पर्सन नो स्कोप: 311-320 प्रतिशत
- रेड डॉट, होलोग्राफिक, एम असिस्ट: 236-245 प्रतिशत
- 2x स्कोप: 216-225 प्रतिशत
- 3x स्कोप: 127-136 प्रतिशत
- 4x स्कोप: 93-102 प्रतिशत
- 6x स्कोप: 46-55 प्रतिशत
- 8x स्कोप: 30-39 प्रतिशत
BGMI में ऊपर दी गई सेंसिटिविटी सेटिंग्स का उपयोग करके प्रदर्शन में काफी हद तक सुधार देख पाएंगे, नहीं तो ट्रेनिंग मोड में जाकर कम ज्यादा कर सकते हैं।