दिग्गज भारतीय महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम ने टोक्यो ओलंपिक क्वालीफायर के ट्रॉयल मुकाबले में निखत जरीन को हरा दिया है। मैरी कॉम ने 51 किलोग्राम भारवर्ग में निखत जरीन को 9-1 से मात दी। मैरी कॉम इतनी नाराज थीं कि उन्होंने मुकाबले के बाद निखत जरीन से हाथ तक नहीं मिलाया।
मैच के बाद मीडिया से बातचीत में मैरी कॉम ने कहा कि मैं निखत से हाथ क्यों मिलाऊं ? अगर वो चाहती हैं कि दूसरे लोग उनका सम्मान करें तो पहले उन्हें दूसरो को सम्मान देना चाहिए। मुझे इस तरह के व्यवहार वाले लोग पसंद नहीं हैं। आप रिंग के अंदर अपने आपको साबित कीजिए, बाहर नही। वहीं निखत जरीन ने इस मामले पर कहा कि वो मैरी कॉम के इस व्यवहार से काफी दुखी हैं। उन्होंने कहा कि मैरी कॉम ने मैच के दौरान भी उनके लिए अपशब्दों का प्रयोग किया।
आपको बता दें कि निखत जरीन ने खेल मंत्री किरण रिजिजू को एक पत्र लिखकर ओलंपिक क्वालिफायर के लिए ट्रॉयल की मांग की थी। उन्होंने अपने पत्र में लिखा था कि मेरे सुनने में ये आया है कि बिना ट्रॉयल के मैरी कॉम ओलंपिक क्वालिफायर में हिस्सा लेंगी। ये सही फैसला नहीं है, यहां तक कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले खिलाड़ी को भी हर बार अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए क्वालिफाई करना पड़ता है। मैं बचपन से ही मैरी कॉम की बहुत बड़ी फैन रही हूं और वो मेरी प्रेरणास्त्रोत रही हैं। मैं भी उनकी तरह बनना चाहती हूं। मुझे एक सही मौका चाहिए।
इसके बाद बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (बीएफआई) और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (साई) के अधिकारियों की मीटिंग हुई और उसमें दोनों खिलाड़ियों के बीच ओलंपिक क्वालीफायर के लिए ट्रॉयल कराने का फैसला किया गया। गौरतलब है कि टोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वालिफायर मुकाबले चीन के वुहान में 3 से 14 फरवरी तक खेले जाएंगे।