टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट और इस साल विश्व चैंपियनशिप जीतने वाली भारतीय मुक्केबाज लोवलीना बोर्गोहिन एशियन गेम्स में अपने वर्ग के फाइनल में पहुंच गई हैं। 75 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में लोवलीना ने थाईलैंड की बाइसन मनीकोन को 5-0 से मात देकर पहली बार एशियाड फाइनल में जगह बनाई और इसके साथ ही पेरिस ओलंपिक का कोटा भी हासिल कर लिया। लोवलीना, एमसी मेरिकॉम के बाद एशियन गेम्स में बॉक्सिंग फाइनल तक पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला हैं।
अब लोवलीना की स्पर्धा का फाइनल बुधवार को होगा जहां उनका सामना चीन की कियान ली से होगा। यदि लोवलीना यह मैच जीतती हैं तो मेरीकॉम के बाद एशियाड में बॉक्सिंग गोल्ड जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला मुक्केबाज होंगी। यही नहीं, यदि वह हारती भी हैं तो भी यह महिला बॉक्सिंग में भारत का पहला सिल्वर होगा।
दिन के अन्य मुकाबलों से भारत के लिए अच्छी खबर नहीं आई। महिलाओं क 54 किलोग्राम भार वर्ग के सेमीफाइनल में भारत की प्रीति को चीन की युआन चेंग ने अंकों के आधार पर 5-0 से मात दी। प्रीति को अब कांस्य पदक से संतोष करना होगा। पुरुषों की 92+ किलोग्राम वेट कैटेगरी के सेमीफाइनल में भारत के नरेंदर का सफर भी थम गया और उन्हें भी कांस्य पदक मिला। पुरुष 57 किलोग्राम क्वार्टरफाइनल में भारत के सचिन को चीन के पिंग ल्यू ने 4-1 से हराया।
बुधवार के दिन लोवलीना के फाइनल के अलावा भारत की परवीन का मुकाबला भी होगा। 57 किलोग्राम वर्ग के सेमीफाइनल में परवीन का सामना चीनी ताइपे की टिंग यू लिन से होगा। मुक्केबाजी में दो बार की विश्व चैंपियन भारत की निखत जरीन को पहले ही अपने वर्ग में कांस्य पदक मिल चुका है। अब मुक्केबाजी से कुल तीन कांस्य भारत को प्राप्त हो चुके हैं जबकि दो और पदक भारत के लिए पक्के हैं। फिलहाल 15 गोल्ड, 26 सिल्वर और 28 ब्रॉन्ज के साथ कुल 69 पदक लेकर भारतीय दल पदक तालिका में चौथे स्थान पर बना हुआ है।