टोक्यो ओलंपिक ब्रॉन्ज मेडल विजेता भारतीय मुक्केबाज लोवलीना बोर्गोहिन हांगझाओ एशियन गेम्स 2023 में अपना पहला गोल्ड मेडल जीतने से चूक गईं। 75 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल में लोवलीना को चीन की कियान ली चिन के हाथों अंकों के आधार पर 5-0 से मात खानी पड़ी। लोवलीना एशियाड के मुक्केबाजी फाइनल में पहुंचने वाली एमसी मेरीकॉम के बाद दूसरी भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। इसी के साथ मुक्केबाजी में भारत का अभियान समाप्त हो गया।
लोवलीना के मुकाबले से ठीक पहले भारत की परवीन को सेमीफाइनल में हार मिली। परवीन महिलाओं के 57 किलोग्राम भार वर्ग में सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की टिंग यू लिन के हाथों 5-0 से हार गईं। परवीन को इस स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल मिला। इसी के साथ मुक्केबाजी में भारत का अभियान समाप्त हो गया। भारत को इस बार 1 सिल्वर, चार ब्रॉन्ज के साथ कुल 5 मेडल हासिल हुए। पिछले एशियाड में भारत को 1 गोल्ड और 1 ब्रॉन्ज मेडल मुक्केबाजी में मिला था। यह एक गोल्ड मेडल अमित पंघल ने अपने वर्ग में जीता था।
इस बार भारत को निखत जरीन, प्रीति और परवीन ने महिला मुक्केबाजी में ब्रॉन्ज मेडल दिलाए जबकि नरेंदर को पुरुष वर्ग में ब्रॉन्ज मिला। लोवलीना 19वें एशियाड में फाइनल तक पहुंचने वाली इकलौती भारतीय बॉक्सर रहीं। 2014 के इंचियोन एशियन गेम्स में मेरी कॉम ने गोल्ड मेडल जीता था। उनके अलावा कोई भी भारतीय महिला मुक्केबाज एशियाड में गोल्ड नहीं जीत पाई है। लोवलीना एशियाड का सिल्वर मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बन गई हैं।
मुक्केबाजी में 5 अक्टूबर के दिन भी कुछ स्पर्धाओं के फाइनल मुकाबले होने हैं लेकिन भारत की ओर से इनमें कोई बॉक्सर नहीं है। इस बार मेजबान देश चीन ने अभी तक सर्वाधिक 3 गोल्ड मुक्केबाजी में जीते हैं। वहीं 2018 में हुए पिछले एशियाड में सर्वाधिक 5 गोल्ड जीतने वाले उजबेकिस्तान को इस बार केवल 2 ही पदक मिल पाए हैं।