भारत की निखत ज़रीन ने लगातार दूसरी बार विश्व बॉक्सिंग चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया है। 26 साल की मुक्केबाजनिखत ने नई दिल्ली में आयोजित IBA विश्व महिला बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल में शानदार जीत के साथ देश को इस प्रतियोगिता का तीसरा गोल्ड दिलाया।
निखत की जीत के बाद भारतीय मु्क्केबाज लोवलीना बोर्गोहिन ने भी अपनी वेट कैटेगरी का फाइनल जीतते हुए गोल्ड जीता। भारत की नीतू घंघास और स्वीटी बूरा ने शनिवार को ही अपने भार वर्ग में गोल्ड जीता था और इस तरह भारत को प्रतियोगिता में कुल 4 गोल्ड मिले।
पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली निखत ने इस बार भी 50 किलोग्राम भारवर्ग में पूरा दबदबा दिखाया। फाइनल में निखत ने दो बार की एशियन चैंपियन विएतनाम की न्गयुन थी टैम पर 5-0 से जीत हासिल की। निखत ने जीत के बाद इस बाउट को काफी कड़ा बताया। उन्होंने कहा,
लगातार दूसरी बार गोल्ड जीतने पर मैं काफी खुश हूं। आज की बाउट इस पूरे टूर्नामेंट में मेरे लिए अभी तक की सबसे कठिन बाउट रही। मुकाबला काफी कड़ा रहा लेकिन आखिर में जब मेरा हाथ रेफरी ने उठाया तो मुझे बेहद खुशी हुई। ये मेडल भारत के नाम है और हर उस शख्स के नाम है जिसने टूर्नामेंट में मुझे सपोर्ट किया।
पिछले साल तक निखत 52 किलोग्राम फ्लाईवेट में खेलती थीं और इस साल से ही 50 किलोग्राम फ्लाईवेट में खेलना शुरु किया है।
2021 में टोक्यो ओलंपिक खेलों में ब्रॉन्ज जीतने वाली भारत की लोवलीना बोर्गोहिन ने भी भारतीय अभियान की समाप्ति गोल्ड के साथ की। लोवलीना ने 75 किलोग्राम भार वर्ग के फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की केटलिन पार्कर को 5-2 से हराते हुए पहली बार विश्व चैंपियनशिप का गोल्ड हासिल किया।
इसके साथ ही महिला विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप के 13वें संस्करण का समापन हो गया। भारत ने कुल 4 गोल्ड के साथ पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया। खास बात यह है कि भारतीय मुक्केबाजों में से चार ही सेमीफाइनल में पहुंची और फिर यही चार मुक्केबाज फाइनल में जाकर चैंपियन बनीं। चीन ने पदक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया तो रूस ने तीसरा स्थान हासिल किया।