भारत और पाकिस्‍तान के बीच होना चाहिए बॉक्सिंग टूर्नामेंट, जानिए विकास कृष्‍ण यादव ने ऐसा क्‍यों कहा

विकास कृष्‍णन यादव
विकास कृष्‍णन यादव

ओलंपिक में पदक जीतने की आशा मुक्‍केबाज विकास कृष्‍ण यादव ने सोमवार को कहा कि भारत और पाकिस्‍तान के बीच खेल गतिविधियां दोबारा शुरू होना चाहिए। विकास कृष्‍ण यादव ने कहा कि बॉक्सिंग टूर्नामेंट इसके लिए शानदार शुरूआत होगी। भारतीय मुक्‍केबाज विकास कृष्‍ण यादव इस समय टोक्‍यो गेम्‍स के लिए कर्नाटक के बेलारी में ट्रेनिंग कर रहे हैं। विकास कृष्‍ण यादव ने कहा कि पिछले साल दक्षिण एशियाई गेम्‍स में उनकी मुलाकात पाकिस्‍तानी मुक्‍केबाजों से हुई थी और वह भी चाहते हैं कि दोनों देश दोबारा हाथ मिलाएं।

विकास कृष्‍ण यादव ने एक न्‍यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, 'खेलों से देशों के बीच दोस्‍ताना संबंध विकसित हो सकते हैं। भारत और पाकिस्‍तान को लोगों की भलाई के लिए एकजुट होना चाहिए। हालांकि, मैं तो सलाह देना चाहूंगा कि पाकिस्‍तान को आतंकवाद को रोकने की जरूरत है और वो हमारा अच्‍छा पड़ोसी बनने का वादा करे तो फिर उनके खिलाफ खेलने में कोई परेशानी नहीं है।'

विकास कृष्‍ण यादव ने आगे कहा, 'मेरे ख्‍याल से भारत और पाकिस्‍तान के बीच बॉक्सिंग टूर्नामेंट खेल को बढ़ावा देने के लिए अच्‍छा जरिया होगा। मैं भारत और पाकिस्‍तान दोनों से पूछना पसंद करूंगा कि क्‍या प्‍यार और अपनेपन के साथ रहने में वह खुश हैं।'

2018 कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में गोल्‍ड मेडल जीतने वाले विकास कृष्‍ण ने कहा, 'इंसानियत सबसे ऊपर होनी चाहिए। जवाब शहीद होते हैं और उनके परिवार दुख झेलते हैं। हमें समझने की जरूरत है कि इस समय बुरी लड़ाई करने से बेहतर एक-दूसरे की मदद करें।'

आमिर खान के बयान पर विकास कृष्‍ण यादव ने जताई सहमति

दरअसल, विकास कृष्‍ण यादव का यह बयान पाकिस्‍तान मूल के ब्रिटीश मुक्‍केबाज आमिर खान के हाल ही में दिए बयान के बाद आए हैं। आमिर ने कहा था, 'कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। भारत और पाकिस्‍तान दोनों को एकजुट होकर एक दुश्‍मन के खिलाफ लड़ाई लड़नी होगी, जो है गरीबी। मैं चाहता हूं कि दोनों देशों के बीच तनाव पूरी तरह खत्‍म हो जाए।'

बता दें कि मार्च की शुरूआत में विकास कृष्‍ण यादव उन 9 भारतीय मुक्‍केबाजों में से एक थे, जिन्‍होंने टोक्‍यो ओलंपिक्‍स के लिए क्‍वालीफाई किया। विकास कृष्‍ण यादव ने अपने वजन में बदलाव किया था। वह 75 किग्रा के बजाय 69 किग्रा में लड़े थे। 28 साल के मुक्‍केबाज को जुलाई में पटियाला में आयोजित राष्‍ट्रीय कैंप मजबूरन छोड़ना पड़ा था क्‍योंकि उन्‍होंने कोविड-19 के क्‍वारंटीन प्रोटोकॉल का उल्‍लंघन किया था। साई ने बाद में उन्‍हें हरी झंडी दी क्‍योंकि वह अनजाने में यह गलती कर बैठे थे। विकास कृष्‍ण यादव ने कहा, 'जो भी हुआ वो अब इतिहास है। मैं इसमें नहीं पड़ना चाहता। अभी मेरा पूरा ध्‍यान ओलंपिक गोल्‍ड जीतने पर लगा है। मेरी ट्रेनिंग अच्‍छी चल रही है और मुझे भरोसा है कि टोक्‍यो में अच्‍छा प्रदर्शन करूंगा।'