शुक्रवार का दिन भारत के उभरते चेस खिलाड़ी रमेशबाबू प्रग्नानंद के करियर के लिए बहुत बड़ा साबित हुआ है। प्रग्नानंदा को देश के प्रतिष्ठित अडाणी समूह ने चेस में स्पॉन्सर करने का निर्णय लिया है। अडाणी समूह के चेयरमैन गौतम अडाणी ने खुद प्रग्नानंद के साथ X (पूर्व में ट्विटर) पर तस्वीर शेयर करते हुए इसका ऐलान किया। प्रग्नानंदा पिछले ही साल चेस विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने थे।
गौतम अडाणी ने प्रग्नानंदा के साथ अहमदाबाद स्थित अपने ऑफिस में मुलाकात की। सोशल मीडिया पर प्रग्नानंदा की मेहनत और उनकी काबिलियत की तारीफ की। साथ ही प्रग्नानंदा की उपलब्धि को भारत का गौरव भी बताया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,
चेस की दुनिया में उपलब्धियां हासिल कर भारत को गौरवान्वित करने वाले प्रग्नानंद को सपोर्ट करना हमारे लिए गर्व का विषय है। उनकी (प्रग्नानंदा) सफलता देश के अनगिनत युवाओं को इस बात के लिए प्रेरित करती है कि पोडियम पर खडे़ होकर अपने देश का गौरव बढ़ाने से ज्यादा बेहतर कुछ भी नहीं है। प्रग्नानंद भारत की काबिलियत का प्रतीक हैं। मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं। जय हिन्द!
गौतम अडाणी से मुलाकात के बाद प्रग्नानंद ने एक सोशल मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में बताया कि ग्रुप की अपेक्षा है कि वह (प्रग्नानंद) भविष्य में चेस विश्व चैंपियनशिप जीतें। प्रग्नानंद के मुताबिक अडाणी ग्रुप की ओर से मिलने वाली वित्तीय सहायता उन्हें काफी मदद करेगी और उनके खेल का स्तर सुधारने में अहम भूमिका निभाएगी। पूर्व में प्रग्नानंदा को रैम्को कंपनी की ओर से प्रायोजित किया गया है। अडाणी ग्रुप ने पहली बार किसी खिलाड़ी को सपोर्ट करने का काम नहीं किया है। इस ग्रुप द्वारा पूर्व से ही आईपीएल, कबड्डी लीग में टीमों की फ्रेंचाइजियों को संचालित किया जा रहा है।
18 वर्षीय प्रग्नानंद विश्व के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं जो पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को हरा चुके हों। 2023 की विश्व चेस चैंपियनशिप के फाइनल में प्रग्नानंदा कार्लसन के खिलाफ हारे थे। प्रग्नानंदा विश्वनाथन आनंद के बाद विश्व चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी हैं। बेहद सरल व्यक्तित्व वाले प्रग्नानंद की बहन आर वैशाली भी ग्रैंड मास्टर हैं।
चेस में बढ़ती भागीदारी
चेस के खेल को देश में बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ समय में कई कॉर्पोरेट घरानों ने अपनी ओर से कोशिश की है। महिंद्रा ग्रुप ग्लोबल चेस लीग को स्पॉन्सर कर रहा है जबकि टाटा ग्रुप पूर्व से ही चेस के कई टूर्नामेंट का प्रायोजक है।