युवा भारतीय खिलाड़ी निहाल सरीन चेस डॉट कॉम के 2020 जूनियर स्पीड ऑनलाइन चेस चैंपियनशिप में विजेता बनकर उभरे। निहाल सरीन ने रूस के विश्व जूनियर नंबर-6 एलेक्से सराना को फाइनल में 18-7 से मात दी। खिताब जीतने से 16 साल के निहाल सरीन ने 8766 डॉलर जीते और उन्होंने 2020 स्पीड चेस चैंपियनशिप फाइनल के लिए क्वालीफाई किया, जिसमें दुनिया के शीर्ष खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। निहाल सरीन ने खिताब जीतने के लिए रूस के विश्व जूनियर नंबर-6 एलेक्से सराना को मात देने से पहले अमेरिका के एंड्रयू टांग, ऑस्ट्रेलिया के एंटन स्मिर्नोव व आर्मेनिया के हैक मार्टिरोसयान को मात दी।
स्पीड चेस चैंपियनशिप में 2017 में मैगनस कार्लसन जबकि 2018 और 2019 में हिकारू नाकामुरा ने खिताब जीता था। भारतीय युवा निहाल सरीन को 2019 जूनियर स्पीड चेस इवेंट के पहले राउंड में शिकस्त झेलनी पड़ी थी। पांच बार के विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए निहाल सरीन की तारीफ करते हुए कहा, 'निहाल सरीन दुनिया के सबसे चुस्त जूनियर्स में से एक हैं और यह परिणाम इसकी पुष्टि करता है।'
पूर्व विश्व अंडर-10 चैंपियन निहाल सरीन अब भारतीय पुरुष टीम से जुड़ेंगे, जो एशियाई ऑनलाइन नेशंस (रीजन) कप टीम चैंपियनशिप में हिस्सा लेंगे, जो शनिवार से शुरू होगा।
कौन हैं निहाल सरीन?
निहाल सरीन का जन्म 13 जुलाई 2004 को केरल के थ्रीस्सुर में हुआ। निहाल सरीन के पिता अब्दुलसलाम डर्माटोलोजिस्ट हैं जबकि उनकी मां शिजिन अम्मानम वीतिल उमर साइकेटरिस्ट हैं। निहाल सरीन ने अपने बचपन के कुछ साल कोटायम में बिताए। निहाल सरीन का शुरूआत से ही शतरंज में रूचि रही। निहाल सरीन जब 14 साल के थे तब उन्हें ग्रैंडमास्टर का खिताब मिला। निहाल सरीन 2600 एलो रेटिंग का आंकड़ा पार करने वाले इतिहास के तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बने थे। निहाल सरीन ने यह उपलब्धि 14 साल की उम्र में हासिल की थी। निहाल ने 2014 में दक्षिण अफ्रीका के डरबन में विश्व अंडर-10 का खिताब जीता था।
2015 में निहाल सरीन ने ग्रीस के पोर्टो कारस में विश्व अंडर-12 चैंपियनशिप में पहले स्थान के लिए टाई किया था। निहाल सरीन ने टाईब्रेक के जरिये सिल्वर मेडल जीता था। बता दें कि निहाल सरीन और उनका परिवार थ्रीस्सुर में 2011-12 में पहुंचा, जहां निहाल देवमाता सीएमआई पब्लिक स्कूल से जुड़े। निहाल सरीन ने 2011 में प्रतिस्पर्धी चेस खेलना शुरू किया, तब उनकी उम्र सात साल थी। फरवरी 2016 में निहाल ने पहली बार भारत के बाहर अंतरराष्ट्रीय ओपन में हिस्सा लिया, जिसका नाम कापेले ला ग्रेनेडा ओपन था। इस दौरान निहाल सरीन ने अपने करियर में पहली बार ग्रैंड मास्टर को मात दी थी। निहाल सरीन उस भारतीय चेस टीम का हिस्सा थे, जिसने फिडे ऑनलाइन चेस ओलंपियाड 2020 में हिस्सा लिया था।