टेस्ट क्रिकेट शुरुआत से ही एक अलग पहचान के साथ देखा गया है। इसमें कई खतरनाक गेंदबाजों को देखा गया है। पहले के जमाने में टेस्ट क्रिकेट तेज गेंदबाजों के लिए जाना जाता था। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज विश्व क्रिकेट के दिग्गजों को नचाते थे। टेस्ट क्रिकेट का रुतबा अलग स्तर का था और दर्शकों को भी इसमें खासी रूचि रहती थी। शुरुआत से लेकर अब तक टेस्ट क्रिकेट को ही असली क्रिकेट माना जाता है। बाकी अन्य प्रारूप बाद में आए लेकिन क्रिकेट का यह सबसे पुराना प्रारूप कई चीजों के लिए मशहूर है।
टेस्ट क्रिकेट में तेज गेंदबाजों के बाद स्पिनरों का जमाना आया। आजकल टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज रन बनाने के अलावा विकेट भी लेता है। रविन्द्र जडेजा, शाकिब अल हसन जैसे कुछ नाम इसमें हैं। पुराने समय में कपिल देव और इमरान खान जैसे ऑल राउंडर थे लेकिन ज्यादा नहीं होते थे। एक समय ऐसा भी आया जब टेस्ट क्रिकेट में गेंदबाज ज्यादा खतरनाक होते थे और बल्लेबाजों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता था। कई मौकों पर बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन क्रिकेट का नजारा पेश किया है। टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में पांच या छह विकेट लेना तो आम बात है मगर एक ही पारी के सभी दस विकेट लेना असाधारण बात होती है। अब तक के टेस्ट इतिहास में ऐसा सिर्फ दो ही गेंदबाज कर पाए हैं। इन दोनों ही गेंदबाजों को विशेष मान सकते हैं क्योंकि उन्होंने अकल्पनीय कार्य करते हुए विपक्षी टीम के सभी दस बल्लेबाजों को एक पारी में आउट करते हुए पवेलियन की राह दिखाई। इस आर्टिकल में उन दोनों गेंदबाजों की चर्चा करते हुए विस्तार से बताया गया है।
टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में 10 विकेट लेने वाले गेंदबाज
जिम लैकर
इंग्लैंड के इस गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1956 के टेस्ट मैच में दूसरी पारी के दौरान 53 रन पर दस विकेट झटके। ऑस्ट्रेलिया की टीम फॉलोऑन खेलते हुए 205 रन पर सिमट गई थी। इंग्लैंड को पारी और 170 रन से जीत मिली। टेस्ट मैच की दूसरी पारी में दस विकेट लेने वाले जिम के पास पहली पारी में भी मौका था। उन्होंने इस मैच की पहली पारी में 9 विकेट झटके थे। अगर वे पहली पारी में भी दस विकेट झटकते तो शायद यह रिकॉर्ड सदियों तक कोई नहीं तोड़ पाता। टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में दस विकेट लेने वाले भी वे पहले गेंदबाज थे और मैच में 19 विकेट लेने वाले भी वे पहले गेंदबाज हैं। यह रिकॉर्ड अब तक कायम है।
अनिल कुंबले
पाकिस्तान के खिलाफ 1999 में दिल्ली टेस्ट के दौरान अनिल कुंबले ने दूसरी पारी में यह कारनामा किया था, भारत ने मैच 212 रन से जीता था, पाकिस्तान की दूसरी पारी 207 रन पर सिमट गई और अनिल कुंबले ने 74 रन देकर दस विकेट झटकते हुए जिम लैकर की बराबरी कर ली। अनिल कुंबले ने इस मैच की पहली पारी में भी उम्दा प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट चटकाए थे। पूरे मैच में कुंबले ने 14 विकेट झटके। उस मैच के बाद अब तक कोई अन्य गेंदबाज एक टेस्ट पारी में दस विकेट नहीं ले पाया है