Team India Defeat 3 Big Reasons Against Australia: पर्थ टेस्ट में जबरदस्त तरीके से जीत हासिल करने के बाद टीम इंडिया को एडिलेड टेस्ट में 10 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी करते हुए सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। ऑस्ट्रेलिया की ओर से इस जीत के हीरो ट्रेविस हेड रहे, जिन्होंने कमाल की शतकीय पारी खेली थी।
भारतीय टीम के खिलाड़ी पहले टेस्ट वाले अपने प्रदर्शन को बरकरार रख पाने में विफल रहे। पहली पारी में टीम इंडिया ने सभी विकेट खोकर 180 रन बनाए थे। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 337 रन बनाकर 157 रन की लीड अपने नाम की थी। दूसरी पारी में टीम इंडिया कोई भी बल्लेबाज 50 रन के आंकड़े को पार नहीं कर पाया।
यही वजह रही कि मेन इन ब्लू 175 रन पर ऑलआउट हुई और ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए सिर्फ 19 रन का लक्ष्य मिला, जिसे उसने बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया। इस मैच में टीम इंडिया के हार के कई कारण रहे और उनमें से 3 का जिक्र हम करने जा रहे हैं।
3. टीम की प्लेइंग 11 चुनने में गलती
लाल गेंद के मुकाबले पिंक बॉल से खेलना हमेशा से हुई मुश्किल माना जाता है। ऐसे में खिलाड़ियों को संभलकर खेलने की जरूरत होती है। रोहित शर्मा और टीम मैनेजमेंट ने मैच के लिए जो प्लेइंग 11 चुनी, वो कारगर साबित नहीं हुई। हर्षित राणा और रविचंद्रन अश्विन जैसे खिलाड़ी परफॉर्म करने में नाकाम रहे। इन दोनों की जगह रवींद्र जडेजा और आकाशदीप या प्रसिद्ध कृष्णा को मौका दिया जा सकता था, जो शायद उपयोगी प्रदर्शन कर सकते थे।
2. बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
दोनों ही पारियों में भारतीय बल्लेबाज ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने पूरी तरह से बेबस नजर आए। मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस की घातक गेंदबाजी का भारतीय खिलाड़ियों के पास कोई जवाब नहीं था। विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी बल्लेबाजों का बल्ला भी खामोश रहा, जिसके चलते टीम बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब नहीं हुई। हर बार पहली पारी में 170-180 रन बनाकर जीत हासिल करना मुमकिन नहीं है।
1. गेंदबाजी में दिखी योजना की कमी
मोहम्मद शमी जब होते हैं, तो वो जसप्रीत बुमराह के साथ मिलकर विकेट झटकने में पीछे नहीं रहते। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि दोनों गेंदबाज योजना के तहत गेंदबाजी करते हैं। लेकिन एडिलेड टेस्ट में ऐसा लग रहा था कि गेंदबाजों के पास कोई भी प्लान नहीं है और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने इसका जमकर फायदा उठाया। गेंदबाज पिच से मिलने वाली मदद को भी सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाए।