2019 आईपीएल सीजन के ऑक्शन के लिए करीब 1000 खिलाड़ियों के नाम रजिस्टर किए गए हैं। इनमें से दुनिया भर के 346 खिलाड़ी 18 दिसंबर 2018 को जयपुर मे होने वाले ऑक्शन के बाद अपनी फ्रेंचाइजी के लिए खेलेंगे। आईपीएल के इतिहास में पहली बार रिचार्ड मैडले बतौर ऑक्शनर दिखाई नहीं देने वाले हैं। इस बार उनकी जहग एडमिएडीज नजर आएंगे। आईपीएल की नीलामी और क्रिकेटर्स की फ्रेंचाइजी जानने के लिए फैंस भी बेसब्र हैं।
कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जो अपनी पहले की फ्रेंचाइजी के लिए ही खेलते दिखाई देने वाले हैं। इसका सबसे अच्छा उदाहरण है रॉयल चैलेंजर्स बैंगलुरू। पहले सीजन से ही कई शानदार खिलाड़ी इस टीम का हिस्सा रहे हैं लेकिन ये टीम आज तक कोई भी सीजन जीतने में नाकाम रही है।
ऐसे में आइए यहां जानते हैं इस बार ऑक्शन में खिलाड़ियों को खरीदने के लिए फ्रेंचाइजी के लिए कौन सी बाते सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
#3 खिलाड़ियों की मौजूदगी
आईपीएल के फाइनल के तुरन्त बाद आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 शुरू होने वाला है। ऐसे में कई सारे बड़े खिलाड़ियों का शेड्यूल पहले से ही तैयार है जिसके कारण कई खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा नहीं लेंगे। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी वर्ल्ड कप स्कवायड के लिए अपनी टीम सेलेक्ट कर ली है और पहले ही ऐलान कर दिया है कि ये खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा नहीं लेंगे। इन खिलाड़ियों में मिशेल स्टार्क, एरोन फिंच और ग्लेन मैक्सवेल जैसे नाम शामिल हैं।
हाल ही में मुस्ताफिजुर रहमान को बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड की और से नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। जिसके कारण अब वो इस बार आईपीएल में नहीं खेल सकते। न्यूजीलैंड क्रिकेट ने अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने की इजाजत दे दी है। यहां तक बताया जा रहा है कि विराट कोहली ने बीसीसीआई से भारतीय गेंदबाजों के वर्कलोड को मैनेज करने का आग्रह किया है। ऐसे में इस बार आईपीएल में खिलाड़ियों की कमी हो सकती है।
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#2 बेस प्राइस
ऑक्शन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण चीज किसी भी खिलाड़ी के लिए उसका बेस प्राइस होता है। इसी बेस प्राइस के ऊपर उस खिलाड़ी की नीलामी होती है। बेस प्राइस के अलग-अलग सेट होते हैं। इन सेट में बराबर बेस प्राइस वाले खिलाड़ी को रखा जाता है। यहीं से फ्रेंचाइजी इन्हें खरीदती है।
2 करोड़ की केटैगरी में दुनिया भर के नौ खिलाड़ियों को जगह मिली है। इनमें से माना जा रहा है कि कोरे एंडरसन, एंजीलो मैथ्यूज और जी आर्की जैसे खिलाड़ी शायद की बिके क्योंकि इनके बेस प्राइस काफी ज्यादा है।
वहीं बेस प्राइस 1.5 करोड़ की बात करें तो इनमें मोर्ने मोर्कल, रिले रॉसोव, ल्यूक राइट और लिएम डॉवसन ऐसे खिलाड़ी जिनकी इस बेस प्राइस में बिकने की उम्मीद बेहद कम है। शिमरॉन हैटमेयर, जिनकी सबसे ज्यादा में बिकने की उम्मीद थी इस सीजन में उन्हें 50 लाख रुपए की कैटेगरी में रखा गया है।
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#1 इवेंट का वेन्यू
आईपीएल के दो दशक के इतिहास में सिर्फ दो ही सीजन ऐसे हैं जो भारत के बाहर आयोजित किए गए हैं। 2009 में आईपीएल का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया गया था और 2014 आईपीएल सीजन का आयोजन यूएई में किया गया था। देश के बाहर आईपीएल के आयोजन का कारण दोनों बार ही लोकसभा चुनाव रहा है। ऐसे में 2019 में एक बार फिर से लोकसभा चुनाव के साथ टकराने के कारण उम्मीद है कि आईपीएल का आयोजन 2019 में भी भारत से बाहर किया जाएगा।
हालांकि अभी तक आने वाले आईपीएल सीजन के वेन्यू का ऐलान नहीं किया गया है। इसके बावजूद वेन्यू आईपीएल ऑक्शन में खिलाड़ियों की नीलामी में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला है। माना जा रहा है कि इस बार आईपीएल दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है। बता दें कि ऑक्शन की लिस्ट में भी सबसे ज्यादा (26) साउथ अफ्रीकी खिलाड़ियों के ही नाम हैं।
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लेखक: सुयांबु लिंगम
अनुवादक: हिमांशु कोठारी