भारतीय टीम (Indian Team) अगले महीने इंग्लैंड में टेस्ट प्रारूप में खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार है और सबसे पहले मुकाबला वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड (New Zealand) की टीम से होगा। पहली बार हो रहे टूर्नामेंट को जीतकर भारत और न्यूजीलैंड दोनों टीमें ही इतिहास रचने का सपना जरुर देख रही होंगी। जिस टीम को जीत दर्ज करने का मौका मिलेगा, उसका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।
वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड में ही रुकना है। टीम इंडिया को मेजबान इंग्लैंड के साथ भी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए मैदान पर उतरना है और यह सीरीज इतनी आसान नहीं होगी। भारतीय टीम में बीस खिलाड़ी शामिल किये गए हैं और इसमें युवाओं के साथ अनुभवी नाम भी शामिल हैं। इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए धाकड़ खेल दिखाने की चुनौती भारतीय टीम के लगभग हर खिलाड़ी के ऊपर होगी।
घरेलू जमीन पर इंग्लैंड को टेस्ट सीरीज में हराने के बाद टीम इंडिया के हौसले बुलंद होंगे लेकिन इस बार जमीन इंग्लिश टीम की होगी और मुकाबला भारतीयों को करना है। सामूहिक प्रयास करने से ही टीम को जीत दर्ज करने का मौका मिल सकता है। इस बार कुछ खिलाड़ी इंग्लैंड में फ्लॉप रहते हैं, तो उन्हें टेस्ट टीम से बाहर किया जा सकता है और उनके बारे में चर्चा इस आर्टिकल में की गई है।
हनुमा विहारी
टेस्ट विशेषज्ञ हनुमा विहारी को वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज की टीम में शामिल किया गया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर विहारी की फॉर्म काफी खराब रही थी। वहां खेले गए तीन मैचों में वह अर्धशतकीय पारी भी नहीं खेल पाए थे। पांच पारियों में वह कुल 72 रन बना पाए थे। इससे पहले न्यूजीलैंड दौरे पर भी उनका सर्वाधिक स्कोर 55 रन रहा था। इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन करने पर उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।
केएल राहुल
सीमित ओवर क्रिकेट के दोनों प्रारूप में अहम खिलाड़ी केएल राहुल टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा सफल नहीं रहे हैं। पिछली बार उन्होंने टेस्ट क्रिकेट 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उस समय भी वह अर्धशतक जमाने में नाकाम रहे थे। इंग्लैंड दौरे पर अगर उन्हें मौका मिलता है, तो इसे भुनाने का प्रयास करना होगा। फ्लॉप होने की स्थिति में वह बाहर किये जा सकते हैं।
रिद्धिमान साहा
हालांकि टेस्ट क्रिकेट में रिद्धिमान साहा प्राथमिकता में रहते हैं लेकिन पिछले कुछ समय से ऋषभ पन्त ने धाकड़ प्रदर्शन के कारण अंतिम ग्यारह में अपने कदम मजबूत किये हैं। पन्त ने ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद भारत में इंग्लैंड के खिलाफ शतक भी बनाया था और नीचे ऐसे बल्लेबाज की टीम को जरूरत भी है। अगर पन्त ने इस बार भी बल्ले से कमाल किया तो रिद्धिमान साहा को बाहर करने पर विचार किया जा सकता है क्योंकि साहा की उम्र भी ज्यादा हो गई और अक्टूबर में वह 37 साल के हो जाएँगे।