भारत और न्यूजीलैंड के बीच बहुप्रतीक्षित आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 जून से साउथैम्पटन के रोज बाउल में खेला जाएगा। इसके बाद टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी खेलनी है। इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज 4 अगस्त को नॉटिंघम में खेले जाने वाले टेस्ट मैच से होगा। इन दोनों ही महत्वपूर्ण इवेंट्स के लिए बीसीसीआई ने 7 मई को भारतीय स्क्वॉड की घोषणा कर दी थी, जिसमें 20 खिलाड़ियों को चुना गया था। वहीं चार खिलाड़ियों को स्टैंडबाई के तौर पर रखा गया। इस दौरे के लिए कोविड के कारण चनयकर्ताओं ने बड़े स्क्वॉड का चुनाव किया और इसी वजह से कई अन्य खिलाड़ियों को स्क्वॉड में जगह मिल गयी।
यह इंग्लैंड दौरा सभी खिलाड़ियों के लिए काफी अहम होने वाला है लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिनके लिए यह एक आखिरी मौका साबित हो सकता है। नए खिलाड़ियों के लगातार अच्छे प्रदर्शन और इन खिलाड़ियों को मिलने वाले लगातार मौकों का फायदा ना उठा पाने की वजह से ऐसे खिलाड़ियों के लिए यह दौरा आखिरी हो सकता है। इस आर्टिकल में हम उन 3 खिलाड़ियों का जिक्र करने जा रहे हैं, जिन्हें इंग्लैंड दौरे के बाद शायद टेस्ट में मौके ना मिले।
3 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें इंग्लैंड दौरे के बाद शायद टेस्ट टीम में मौके ना मिले
#3 उमेश यादव
युवा तेज गेंदबाजों के उभरने के बीच उमेश यादव धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर होते जा रहे हैं। एक समय यह तेज गेंदबाज विराट कोहली का समर्थन हासिल करने में कामयाब था लेकिन उस दौरान मिले मौकों को उमेश भुनाने में असमर्थ साबित हुए। 2019 से लेकर अब तक यादव ने मात्र 7 टेस्ट मैच खेले हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे में उन्हें टेस्ट सीरीज के बीच में ही ड्रॉप कर दिया गया था। इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में यादव को स्क्वॉड में नहीं शामिल किया गया था। ऐसे में उमेश के लिए यह दौरा आखिरी साबित हो सकता है। वैसे तो उमेश को इस दौरे में प्लेइंग XI में मौका मिलने की उम्मीद कम ही है।
#2 केएल राहुल
केएल राहुल का सीमित ओवरों की क्रिकेट में पिछले कुछ समय में बहुत ही बेहतरीन प्रदर्शन रहा लेकिन इस खिलाड़ी का टेस्ट प्रारूप में प्रदर्शन बहुत ही साधारण रहा और इसी वजह से बीच में इन्हें भारतीय टेस्ट टीम से बाहर का रास्ता भी दिखाया गया। हालांकि राहुल को एक बार फिर टेस्ट में मौका मिला है और वह इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय स्क्वॉड में चुने गए हैं। ऐसे में यह दौरा राहुल के लिए आखिरी मौका साबित हो सकता है। टीम में युवा मयंक अग्रवाल और शुभमन गिल के आने से राहुल के लिए आगे की राह अब टेस्ट प्रारूप में मुश्किल ही होने वाली है।
#1 ऋद्धिमान साहा
ऋद्धिमान साहा का करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। इस विकेटकीपर को अपने शुरुआती दिनों में महेंद्र सिंह धोनी के होने के कारण बहुत ही कम मौके मिले। हालांकि उनके टेस्ट में संन्यास के बाद साहा को लगातार मौके मिले लेकिन फिर ऋषभ पंत का आगमन हुआ। पंत के आने के बाद साहा को उनकी शानदार विकेटकीपिंग की काबिलियत की वजह से खिलाया गया। हालांकि अब पंत ही भारत के मुख्य विकेटकीपर हैं और उनकी बल्लेबाजी के साथ-साथ कीपिंग में भी बहुत सुधार हुआ है।
टीम में अब युवा विकेटकीपरों को भी बैकअप के लिए मौका दिया जा रहा है, ऐसे में साहा के लिए मुश्किलें होने वाली हैं। अगर इंग्लैंड दौरे पर वो कुछ करिश्माई प्रदर्शन नहीं करते हैं तो फिर इनको आगे मौके मिलने की उम्मीद कम ही है।